नई दिल्ली, 28 दिसंबर 2023: देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) आज अपना 139वां स्थापना दिवस मना रही है। इस मौके पर पार्टी नागपुर में एक बड़ा आयोजन करने जा रही है। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के गढ़ में ‘हैं तैयार हम’ नाम की महारैली के साथ कांग्रेस 2024 लोकसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करेगी। इस रैली को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी संबोधित करेंगे।
यह महारैली इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह नागपुर में की जा रही है, जहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का मुख्यालय और ऐतिहासिक ‘दीक्षाभूमि’ स्थित हैं। दीक्षाभूमि में डॉ. भीमराव आंबेडकर ने बौद्ध धर्म को अपनाया था। इससे पहले महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने बुधवार को कार्यक्रम स्थल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा था कि यह देश के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा। पार्टी केंद्र की सत्ता से भाजपा को हराने के लिए बदलाव का संदेश देगी।
लोकतांत्रिक व्यवस्था, संविधान और लोकतंत्र के चारों स्तंभ खतरे में: पटोले
उन्होंने कहा था कि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था, संविधान और लोकतंत्र के चारों स्तंभ खतरे में हैं। इन व्यवस्थाओं को अक्षुण्ण रखना कांग्रेस पार्टी की जिम्मेदारी है। आपातकाल के बाद (तत्कालीन प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी ने नागपुर में एक जनसभा की थी और तब कांग्रेस ने विदर्भ से सभी सीटें जीती थीं। नागपुर में इतिहास दोहराया जाएगा और देश में एक बड़ा ‘परिवर्तन’ होगा।
भाजपा सरकार देश को सबसे निचले स्तर पर ले गई: पटोले
पटोले ने कहा कि कांग्रेस के 60 साल तक सत्ता में रहने के दौरान जवाहरलाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक सभी ने भारत को महाशक्ति बनाने का प्रयास किया, लेकिन दुर्भाग्य से पिछले 10 वर्षों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार देश को सबसे निचले स्तर पर ले गई है। जाति-धर्म के नाम पर सांप्रदायिक तनाव पैदा कर देश को पतन की ओर ले जाया गया है।
रैली में शामिल होने वाले अन्य नेता
इस रैली में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत, कमलनाथ, भूपेश बघेल, प्रियंका गांधी वाड्रा, रणदीप सिंह सुरजेवाला, जयराम रमेश, पी. चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद, शशि थरूर, मनीष तिवारी, सलमान खुर्शीद, आदित्य चोपड़ा, रणदीप सुरजेवाला, प्रमोद तिवारी, दिग्विजय सिंह, आदि शामिल होंगे।
2024 की चुनावी रणनीति
कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। पार्टी ने तीन स्तंभों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पहला स्तंभ है सामाजिक न्याय, दूसरा स्तंभ है आर्थिक विकास और तीसरा स्तंभ है राष्ट्रीय सुरक्षा। पार्टी का मानना है कि इन तीनों स्तंभों पर ध्यान केंद्रित करके वह 2024 में सत्ता में वापसी कर सकती है।
कांग्रेस ने 2024 के चुनाव के लिए ‘पार्टी, जनाधार और जनता’ पर जोर देने की रणनीति तैयार की है। पार्टी का मानना है कि इन तीनों चीजों पर ध्यान केंद्रित करके वह 2024 में सत्ता में वापसी कर सकती है।
रैली से क्या उम्मीदें
कांग्रेस की यह रैली 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एक महत्वपूर्ण शुरुआत है। पार्टी को उम्मीद है कि इस रैली से देशभर में कांग्रेस का जनाधार मजबूत होगा और पार्टी 2024 में सत्ता में वापसी कर पाएगी।