टाटानगर रेल पुलिस ने टाटानगर रेलवे स्टेशन के पैदल पथ के सामने से 9 महीने की बच्ची रिया सिंह के अपहरण में शामिल 9 लोगों में से 6 को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें 5 महिलाएं और 1 पुरुष शामिल हैं।
गिरोह की गतिविधियों का विवरण:
रेल एसपी ऋषभ झा ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गैंग गरीब परिवार, गुलगुलिया व पालन पोषण में अक्षम लोगों के बच्चों का अपहरण करता है। बच्चे के अपहरण के बाद उसे एक के बाद दूसरे सदस्य को शिफ्ट करते रहते थे, ताकि किसी को शक न हो। फिर बच्चे को 50 हजार से 1 लाख रुपए में बेच दिया जाता है।
गैंग की पिछली कार्रवाई:
गैंग ने हाल के 5 वर्षों में 6 बच्चों को अपहरण बर्मामाइंस, बागबेड़ा और सरायकेला जिले से किया है। इसकी छानबीन की जा रही है।
महिला जिम्मेदार भी गिरोह का हिस्सा:
खास बात यह है कि जिस महिला ने पुलिस को फोन कर बच्ची सौंपी थी, वह भी गिरोह का सदस्य निकली। सारा मामला उसी से पूछताछ के बाद सामने आया।
फरार बदमाशों की तलाश:
अपहरण के 3 प्रमुख बदमाश फरार हैं और कार जब्त नहीं हो सकी है। पुलिस ने रिमांड पर लेकर सभी गिरोह सदस्यों से पुन: पूछताछ करने का ऐलान किया है।
मामला अंग तस्करी या बच्चों से भीख मंगवाने का भी हो सकता है:
पुलिस सभी को रिमांड पर लेकर पुन: पूछताछ करेगी और मामले की छानबीन के बाद अंग तस्करी या बच्चों से भीख मंगवाने का संभावना है।
टाटानगर रेल पुलिस ने इस मामले में सख्ती से कार्रवाई करने का आदान-प्रदान किया है और इसमें शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का ऐलान किया है।