जमशेदपुर । साकची स्थित रविंद्र कला मंदिर के प्रेक्षागृह में 70 से अधिक विशेष (दिव्यांग) बच्चों के द्वारा रंगारंग वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम अभिव्यक्ति का आकर्षक मंचन हुआ । कार्यक्रम का विधिवत्त उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि टाटा ब्लू स्कोप कंपनी के उपाध्यक्ष आशीष भादुडी और सीटीसी समूह के निदेशक रमेश अग्रवाल ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया । मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्था के संस्थापक जौहर बनर्जी , अध्यक्ष प्रोग्राम कमेटी आशीष चौधरी मंच पर विराजमान रहे । उद्घाटन बेला में मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि सामान्य बच्चों के लिए कई सारी संस्थाएं निरंतर कार्यरत है , लेकिन अभया बनर्जी फाउंडेशन एक ऐसी सामाजिक संस्था है जो निरंतर कई वर्षों से विशेष (दिव्यांग) बच्चों के रचनात्मक उत्थान के साथ विशेष बच्चों के प्रोत्साहन के क्षेत्र में सालभर कई तरह के कार्यक्रम संचालित करती है ,जो काबिले तारीफ है। यह हम सबों के लिए गर्व का विषय है । गणेश वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । इसके बाद विशेष छात्र-छात्राओं के द्वारा रंगारंग व आकर्षक गीत , संगीत , नृत्य ,योग प्रदर्शन , नृत्य नाटिका के उन्नीस मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिसे दर्शकों ने काफी सराहा। कार्यक्रम का संचालन वंदना जैन , बरनाली दास और अनुष्का मिश्रा ने किया । वहीं स्वागत संबोधन डॉ जोहर बनर्जी और धन्यवाद ज्ञापन आशीष चौधरी ने दिया। कार्यक्रम में भाग लेने वाले 9 विद्यालयों के दिव्यांग बच्चे शामिल हैं , जिनके नाम निम्न प्रकार हैं : ।1. आशा किरण विद्यालय टेल्को जमशेदपुर 2. स्कूल ऑफ होप बिस्टुपुर
3. ज्ञानोदय नोबल एकेडमी इंदिरा नगर, तार कंपनी
4. सिद्धेश्वर मुख बधिर विद्यालय बारीडीह , 5. नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लाइंड, जमशेदपुर
6. पी ए एम एच जमशेदपुर
7. डी एन एस जमशेदपुर
8. दिव्या ज्योति नेत्रहीन विद्यालय कदमा 9. अभया आदर्श शिक्षा केंद्र सोनारी जमशेदपुर।
कार्यक्रम को सफल बनाने में अभया बनर्जी फाउंडेशन जमशेदपुर की ओर से संस्थापक डाक्टर जौहर बनर्जी, बरनाली दास, सुषमा पांडे , तमाली चक्रवर्ती, मनीष जैन, अनुष्का मिश्रा , वंदना जैन और श्याम शर्मा का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम के दौरान स्कूल ऑफ होप की प्रधानाध्यापिका मीता गांगुली, ज्ञानोदय नोबल एकेडमी की प्रधानाध्यापिका लीना अडेसरा, नेशनल एसोसिएशन का ब्लाइंड के अतुल सहाय, पी ए एम एच जे की निवेदिता पाणिग्रही और डी एन एसछ की रिमा भट्टाचार्य एवं अन्य शिक्षक शिक्षिकाओं के अलावा काफी संख्या में शहर के सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि , छात्र-छात्राओं के अभिभावक मौजूद रहे।