झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने आय से अधिक संपत्ति मामले में 17 इंजीनियरों को नोटिस जारी किया है। इन इंजीनियरों के खिलाफ एसीबी की अलग-अलग ब्रांच में मामले दर्ज हैं। इनमें पथ निर्माण, जल संसाधन, पेयजल और ग्रामीण कार्य विभाग में योगदान दे रहे इंजीनियर शामिल हैं।
एसीबी द्वारा इस वर्ष 30 नवंबर तक दर्जनभर इंजीनियरों के खिलाफ मामला (प्रीलिमिनरी इंक्वायरी, पीई) दर्ज किया गया है। इसमें पथ निर्माण, जल संसाधन, पेयजल और ग्रामीण कार्य विभाग में योगदान दे रहे इंजीनियर शामिल हैं। पथ निर्माण विभाग में तो अभियंता प्रमुख के पद पर पदस्थापित इंजीनियर रास बिहारी सिंह के पास आय से 199 प्रतिशत अधिक संपत्ति मिल चुकी है। सरकार ने इन्हें निलंबित भी किया था। अब पथ निर्माण विभाग (सरायकेला) में पदस्थापित कनीय अभियंता (जेई) अशोक कुमार के पास अकूत संपत्ति का पता चला है। 17 नवंबर को पीई दर्ज होने के बाद संपत्ति की जांच शुरू हुई है। जिसमें पता चला है कि आय से कई गुना ज्यादा संपत्ति अशोक कुमार के पास है। जेई ने परिवार के सदस्यों के नाम पर भी संपत्ति अर्जित की है।
पथ निर्माण विभाग के जेई अशोक कुमार के पास मिली संपत्ति का ब्यौरा इस प्रकार है:
* जमशेदपुर के सोनारी में एक मंजिला फ्लैट
* सोनारी में व्यावसायिक उपयोग वाली बिल्डिंग में दो फ्लोर
* सात स्थान पर करोड़ों रुपए की जमीन
* मानगो और पटमदा में आवासीय फ्लैट
पथ निर्माण विभाग के अभियंता प्रमुख रास बिहारी के पास करोड़ों की जमीन है।
* बजरा में लगभग 11.50 लाख रुपए सरकारी दर की भूमि
* काजू बागान में लगभग 15 लाख रुपए सरकारी दर की भूमि
* काजू बागान में 6 लाख रुपए से ज्यादा की सरकारी दर की भूमि
* हेहल में लगभग 33 लाख रुपए सरकारी दर की भूमि
* हेहल में करीब 15 लाख रुपए से ज्यादा की सरकारी दर की भूमि
जल संसाधन विभाग के ईई मनोज कुमार विद्यार्थी के पास भी करोड़ों की संपत्ति है।
* पत्नी के नाम से पटना, रांची और उनके पैतृक गांव में करोड़ों की अचल संपत्ति
पेयजल विभाग के ईई संजय कुमार के पास भी करोड़ों की संपत्ति है।
* एयरपोर्ट रोड हीनू रांची में पत्नी ऊषा देवी के नाम लक्ष्मी अपार्टमेंट में 3 बेड का फ्लैट
* रांची हरमू हाउसिंग कॉलोनी में ऊषा देवी के नाम एमआईजी
* बेंगलुरु में फ्लैट
* रांची में प्लॉट
* संजय और बेटे के नाम पर 4 कार
* संजय, पत्नी व बेटे के बैंक बैलेंस
एसीबी इन सभी इंजीनियरों से संपत्ति का ब्यौरा मांगा है। यदि जांच में इनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला साबित होता है, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।