जमशेदपुर 05 June 2024: देवी गायत्री वेदों की माता हैं जिसमें वर्तमान, भूत और भविष्य शामिल हैं। पूजा में मंत्रों का विशेष महत्व होता है। सभी मंत्रों में गायत्री मंत्र को बहुत शक्तिशाली और प्रभावशाली माना जाता है। इस मंत्र को महामंत्र भी कहा जाता है।
देवी गायत्री वेदों की माता हैं जिसमें वर्तमान, भूत और भविष्य शामिल हैं। इसी कारण से उन्हें त्रिमूर्ति के रूप में भी पूजा जाता है। कमल के फूल पर विराजमान मां गायत्री धन और समृद्धि प्रदान करती हैं। गायत्री मंत्र का जाप करने से मानसिक शांति मिलती है और जीवन में खुशियां आती हैं। इस मंत्र का जाप करने से कोई भी व्यक्ति भगवान ब्रह्मा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है।
गायत्री मंत्र का जाप ईश्वर तक पहुंचने और मन की शांति पाने का सबसे अच्छा और सरल तरीका माना जाता है। गायत्री मंत्र का नियमित और विधिपूर्वक जाप करने से जल्द ही शुभ फल प्राप्त होते हैं।
महामंत्र गायत्री मंत्र का जाप :-
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्।
गायत्री मंत्र का अर्थ क्या है? दिव्य माँ, अपने उज्ज्वल प्रकाश को हमारे अस्तित्व के सभी पहलुओं – शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक – में व्याप्त होने दें। हमारे दिलों से किसी भी छाया को मिटा दें और हमें प्रामाणिक ज्ञान से अनुग्रहित करें।
गायत्री मंत्र जाप के लाभ:-
नियमित रूप से गायत्री मंत्र का जाप करने से गहरा आध्यात्मिक प्रभाव पड़ता है, न केवल आपकी अपनी ऊर्जा बढ़ती है, बल्कि आपके आस-पास के लोगों – परिवार, दोस्तों और आपके समुदाय पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
गायत्री मंत्र का लगातार जाप करने से शांति, आनंद, कृपा और समृद्धि आती है। इसके अलावा, यह ध्यान में सुधार करने, शारीरिक उपचार में सहायता करने और नकारात्मकता के खिलाफ ढाल के रूप में कार्य करने के लिए कहा जाता है। प्राचीन ग्रंथों में यह भी सुझाव दिया गया है कि प्रतिदिन दस बार गायत्री का जाप करने से वर्तमान जीवन के कर्मों का बोझ कम हो सकता है।
अगर किसी व्यक्ति को नींद न आने की समस्या हो रही है तो रोजाना सोने से पहले गायत्री मंत्र का जाप करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। वहीं अच्छी नींद आने पर व्यक्ति का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
रात में गायत्री मंत्र का जाप करने से वातावरण में मौजूद नकारात्मकता भी खत्म होती है और सकारात्मकता का प्रवाह बढ़ता है। ऐसे में इस मंत्र का जाप करने से बुरे सपने आने या बार-बार जागने की समस्या से भी छुटकारा मिल सकता है। इतना ही नहीं, रोजाना रात को सोने से पहले गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को तनाव से भी मुक्ति मिलती है और व्यक्ति का गुस्सा भी शांत रहता है। वहीं इसके जाप से मन में किसी भी तरह का डर नहीं रहता और व्यक्ति की एकाग्रता भी बढ़ती है।
गायत्री मंत्र का जाप कैसे करें?
वैसे तो इसे दिन के किसी भी समय पढ़ा जा सकता है, लेकिन सुबह जल्दी और रात को सोने से पहले मंत्र का जाप करना उचित है। गायत्री मंत्र का जाप चुपचाप करने की सलाह दी जाती है। शुरुआत में आप इसे ज़ोर से बोल सकते हैं और धीरे-धीरे इसे चुपचाप जप कर सकते हैं।
गायत्री मंत्र का 108 बार जाप क्यों करें?
क्योंकि 9 ग्रह और 12 नक्षत्र हैं। जब 9 ग्रह इन 12 नक्षत्रों के चारों ओर घूमते हैं, तो 108 प्रकार के प्रभाव होते हैं। अगर इन प्रभावों में कुछ भी नकारात्मक है, तो इन मंत्रों की सकारात्मक ऊर्जा से इसे ठीक किया जाता है।
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