बोकारो, 05 दिसंबर 2023: झारखंड सरकार द्वारा आयोजित विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत, 5 दिसंबर को जिले के सभी विद्यालयों में जेंडर एवं शोषण/हिंसा पर आधारित माड्यूल पर जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं के साथ हो रही जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ जागरूकता फैलाना और उन्हें इससे बचाव के लिए सशक्त बनाना था।
मध्य विद्यालय चौरा कसमार में प्रभारी प्रधानाध्यापक मनीष कुमार जायसवाल ने इस सत्र का आयोजन किया। सत्र में उपस्थित विद्यार्थियों और शिक्षकों को जेंडर आधारित हिंसा के विभिन्न पहलुओं के बारे में बताया गया। बताया गया कि जेंडर आधारित हिंसा में घरेलू हिंसा, मानसिक प्रताड़ना, यौन हिंसा, छेड़छाड़, और अपशब्दों का इस्तेमाल शामिल हो सकता है।
सत्र में बताया गया कि जेंडर आधारित हिंसा एक गंभीर समस्या है, जो महिलाओं और बालिकाओं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। इससे बचाव के लिए, विद्यालय स्वास्थ्य एवं कल्याण कार्यक्रम में जेंडर और इससे संबंधित भेदभाव और शोषण के खिलाफ जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विषयों का समावेश किया गया है।
इसी क्रम में भारत सरकार ने ‘नई चेतना’ नामक राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत की है, जिसका मुख्य उद्देश्य है महिलाओं और बालिकाओं के साथ हो रहे जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ विरोध जताना और जागरूकता फैलाना। इस अभियान के सफल आयोजन में समग्र शिक्षा बोकारो, डायट पिंडराजौरा और सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज-सी 3 ने सामूहिक योगदान किया है।
सत्र के अंत में, विद्यार्थियों और शिक्षकों ने जेंडर आधारित हिंसा के खिलाफ शपथ ली। उन्होंने संकल्प लिया कि वे इस समस्या के खिलाफ आवाज उठाएंगे और महिलाओं और बालिकाओं को इससे बचाने के लिए काम करेंगे।