पटना, 27 नवंबर 2023:लोकप्रिय भोजपुरी अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने सोमवार को राजनीति में कदम रखते हुए प्रशांत किशोर के अभियान ‘जन सुराज’ में शामिल हुईं। उन्होंने पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की।
अक्षरा सिंह ने ‘जन सुराज’ की संस्थापक सदस्यता ग्रहण की। उनके पटना की दोनों लोकसभा सीटों में से किसी एक से चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं। साथ ही अक्षरा सिंह के आरा से भी लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है।
कार्यक्रम में अक्षरा सिंह ने कहा कि मैं पार्टी नहीं, अभियान से जुड़ी हूं। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें लोगों का समर्थन मिला तो वे चुनाव जरूर लड़ेंगी। प्रशांत किशोर की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि मैं प्रशांत किशोर को पिछले 15 महीनों से देख रही हूं। वह किस तरह सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि प्रशांत किशोर शिक्षित हैं और समाज और युवाओं के लिए अच्छी सोच रखते हैं।
अक्षरा सिंह ने कहा कि बिहार की बेटी होने के नाते मैं भी कुछ पहल करना और योगदान देना चाहती हूं। उन्होंने कहा कि मैंने जन सुराज इसलिए चुना क्योंकि ये कोई पार्टी नहीं, मुहिम हैं। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर के साथ कदम से कदम मिलाकर चलूंगी। एक कलाकार होने नाते, बिहार की बेटी होने के नाते, मैंने ये कदम उठाया है।
बता दें कि अक्षरा सिंह को 2024 के लोकसभा चुनावों में उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा जा सकता है। उनके इस फैसले को प्रशांत किशोर द्वारा राजनीतिक जमीन तैयार करने के कदम के रूप में भी देखा जा रहा है।
अक्षरा सिंह के चुनाव लड़ने के संभावित प्रभाव
अक्षरा सिंह के चुनाव लड़ने से बिहार की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है। वह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की एक लोकप्रिय अभिनेत्री हैं और उनके पास एक बड़ी फैन फॉलोइंग है। उनके चुनाव लड़ने से युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल सकता है।
हालांकि, अक्षरा सिंह के चुनाव लड़ने के प्रभाव का अभी तक अनुमान लगाना मुश्किल है। यह निर्भर करेगा कि वह चुनाव में कितनी अच्छी तरह से प्रचार करती हैं और लोगों का कितना समर्थन हासिल कर पाती हैं।
प्रशांत किशोर के लिए कदम
अक्षरा सिंह के चुनाव लड़ने को प्रशांत किशोर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे उन्हें बिहार में अपनी राजनीतिक पैठ मजबूत करने में मदद मिल सकती है।
प्रशांत किशोर ने हाल ही में बिहार में जन सुराज अभियान शुरू किया है। वह 2024 के लोकसभा चुनावों में बिहार में एक मजबूत विकल्प के रूप में उभरना चाहते हैं। अक्षरा सिंह के चुनाव लड़ने से उन्हें इस लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिल सकती है।