जमशेदपुर, 18 दिसंबर 2023 | झारखंड के कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों में जल्द ही ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट शुरू होने की संभावना है। स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए तीनों जिलों में भवन निर्माण के लिए 15-15 लाख रुपये का फंड स्वीकृत किया है। इसमें एक जिले को 7 लाख रुपये मिले हैं।
प्रथम चरण में भवन निर्माण का काम होगा। इसके बाद उपकरणों की खरीदारी की जाएगी। तीनों जिलों में ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट की कुल लागत एक करोड़ 70 लाख आएगी।
पूर्वी सिंहभूम के सदर अस्पताल में पहले से ही ब्लड बैंक चल रहा है। यहां सिर्फ कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट के लिए उपकरण लगेंगे। वर्तमान में यह यूनिट सिर्फ एमजीएम और जमशेदपुर ब्लड बैंक में चल रहा है।
ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट के जरिए खून को आरबीसी, डब्ल्यूबीसी, प्लेटलेट्स व प्लाज्मा में अलग किया जाता है। इससे ब्लड ट्रांसफ्यूजन की सुविधा होती है।
इस साल कोल्हान में सर्वाधिक डेंगू ने कहर बरपाया था। इस दौरान मरीजों को प्लेटलेट्स की जरूरत पड़ी थी। तीनों जिले में कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट बनने से एमजीएम और जमशेदपुर ब्लड बैंक पर मरीजों को निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
इस यूनिट के बनने से न केवल रक्तदाताओं के खून के अधिकतम उपयोग किया जा सकेगा, बल्कि खून की कमी को भी पूरा किया जा सकेगा।
क्या है ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट?
ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट एक ऐसी मशीन है जो रक्त को उसके विभिन्न घटकों में अलग करती है। इन घटकों में आरबीसी (लाल रक्त कोशिकाएं), डब्ल्यूबीसी (श्वेत रक्त कोशिकाएं), प्लेटलेट्स और प्लाज्मा शामिल हैं।
रक्त को अलग करने के लिए, ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट रक्त को एक विशेष फिल्टर से गुजारती है। यह फिल्टर रक्त के विभिन्न घटकों को अलग करने में मदद करता है।