झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को जामताड़ा में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार दिल्ली और रांची से नहीं, बल्कि गांवों से चलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य की 80% आबादी गांवों में रहती है और इसलिए सरकार को गांवों में जाकर लोगों की समस्याओं को जानना और उन्हें हल करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गरीबों और आदिवासियों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले दो सालों में “सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत गांवों में जाकर लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया है। इस कार्यक्रम के तहत सरकार ने 35 लाख लोगों को पेंशन, 20 लाख लोगों को किसान क्रेडिट कार्ड और 11 लाख लोगों को हरा राशन कार्ड दिया है।
पूर्ववर्ती सरकारों ने गांवों की उपेक्षा की थी-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने गांवों की उपेक्षा की थी। उन्होंने कहा कि इन सरकारों ने गांवों में विकास के लिए कोई काम नहीं किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार गांवों में विकास के लिए काम कर रही है।
केंद्र सरकार झारखंड को 1.36 लाख करोड़ रुपये की राशि देनी है, लेकिन केंद्र सरकार ने अभी तक राज्य को यह राशि नहीं दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार झारखंड के विकास में बाधा डाल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार झारखंड को विकसित राज्य बनाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा।
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जिलेभर में संचालित 452 करोड़ रुपये की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया। इस मौके पर ही उन्होंने कुल मिलाकर 635 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियों का वितरण किया।