झारखंड में तापमान गिरने से सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। राज्य के अस्पतालों के मेडिसिन और चाइल्ड ओपीडी में रोगियों की संख्या आम दिनों की तुलना में तीन गुना अधिक हो गई है। ओपीडी में आने वाले 80% मरीजों में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, चिकित्सक एहतियातन भी कोविड जांच की सलाह दे रहे हैं, लेकिन मरीज टेस्ट कराने से कतराते रहे।
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल, रांची के रिम्स की ओपीडी में शनिवार को 453 रोगी पहुंचे। इनमें से 334 मरीज कोविड जैसे लक्षण के साथ इलाज कराने आए थे। रिम्स के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉ. एस.पी. सिंह ने बताया कि सर्दी-जुकाम के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इनमें कई मरीजों में कोरोना के लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं। इसलिए एहतियातन हम सभी मरीजों को कोविड जांच की सलाह दे रहे हैं। लेकिन कई मरीज टेस्ट कराने से मना कर देते हैं।
डॉ. सिंह ने बताया कि सर्दी-जुकाम के मरीजों को घर पर ही आराम करने और खूब सारा पानी पीने की सलाह दी जा रही है। अगर लक्षण गंभीर हो जाएं तो तुरंत अस्पताल आएं।
इस बीच, राज्य सरकार ने कोरोना से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। इसमें लोगों से मास्क पहनने, शारीरिक दूरी बनाए रखने और हाथों की सफाई का ध्यान रखने की अपील की गई है। लेकिन एडवाइजरी कागजों तक सीमित रह गई है। जमीनी स्तर पर इसका पालन नहीं हो रहा है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि सर्दी-जुकाम के मरीजों में कोरोना के लक्षण भी दिखाई दे सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि सभी लोग एहतियात बरतें और कोविड जांच कराएं।