प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के नाम पर साइबर अपराधियों ने एक व्यक्ति से 5 हजार रुपए की ठगी की है। पीड़ित व्यक्ति की पहचान रविंद्र कुमार के रूप में हुई है। रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने का विज्ञापन मिला। विज्ञापन में बताया गया था कि डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए 5 हजार रुपए आवेदन शुल्क देना होगा। रविंद्र कुमार ने विज्ञापन पर विश्वास करके 5 हजार रुपए आवेदन शुल्क के रूप में जमा कर दिए। इसके बाद उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ। जब उन्होंने विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क किया, तो उन्हें बताया गया कि उनका आवेदन स्वीकार कर लिया गया है और उन्हें जल्द ही डिस्ट्रीब्यूटरशिप की जानकारी दी जाएगी। लेकिन इसके बाद भी उन्हें कोई जानकारी नहीं मिली।
रविंद्र कुमार ने बताया कि जब उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस से की, तो पुलिस ने उन्हें फार्मास्यूटिकल एवं मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जाकर जानकारी लेने के लिए कहा। वेबसाइट पर जाकर उन्हें पता चला कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है। यह पूरी तरह से निशुल्क है।
फार्मास्यूटिकल एवं मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ऑफ इंडिया ने इस संबंध में सार्वजनिक नोटिस जारी कर लोगों को जागरूक किया है। नोटिस में बताया गया है कि कोई भी साइबर अपराधियों के झांसे में न आए। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के लिए कोई भी शुल्क नहीं लिया जाता है।
नोटिस में यह भी बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेना चाहता है, तो उसे फार्मास्यूटिकल एवं मेडिकल डिवाइसेस ब्यूरो ऑफ इंडिया की वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।