धनबाद रेल मंडल में ईसीआरकेयू के 14 ब्रांचों में 21 और 22 नवंबर 2023 को पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर भविष्य में होने वाली रेल हड़ताल के लिए रेलकर्मियों का विचार जानने के लिए स्ट्राइक बैलट का प्रयोग किया जाएगा। ईसीआरकेयू के अलावा पूरे भारतीय रेलवे में सभी रेलवे जोन और कारखानों में एक ही साथ यह मतदान होगा।
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (AIRF) के नेतृत्व में पुरानी पेंशन बहाली हेतु संयुक्त फोरम का गठन किया गया है। यह फोरम नये पेंशन प्रणाली को समाप्त कर पुराने सुनिश्चित पेंशन बहाली के लिए राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन कर रहा है। अबतक प्रत्येक महीने की 21 तारीख को नये पेंशन योजना को समाप्त कर सभी को पुराने पेंशन का लाभ देने की मांग को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन प्रदर्शन किया जाता रहा है। 10 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों की संख्या में रेलकर्मियों सहित अन्य केन्द्रीय और राज्य के कर्मचारियों,शिक्षक संघों, रक्षा मंत्रालय के सिविल कर्मचारियों आदि ने उपस्थित होकर पुराने पेंशन की बहाली के लिए केन्द्र सरकार के समक्ष अपनी ताकत का जोरदार प्रदर्शन किया है।
8 नवंबर को AIRF के मुंबई सम्मेलन में यह सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि पेंशन बहाली के लिए रेलकर्मियों द्वारा AIRF के नेतृत्व में रेल हड़ताल किया जाएगा। इस हड़ताल के लिए 21 और 22 नवंबर 2023 को रेल कर्मियों के पास यह मौका है कि वे अपना मत देकर इस हड़ताल का समर्थन करें।
ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने आगामी संसदीय चुनाव के आलोक में यह आह्वान किया है कि रेलकर्मी उसी राष्ट्रीय दल को अपना मत देंगे जो पुराने पेंशन को बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाने का वादा पूरा करेगा। उन्होंने नारा दिया है कि जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा वही देश पर राज करेगा।
रेल हड़ताल के लिए स्ट्राइक बैलट को लेकर केंद्रीय स्तर पर ईसीआरकेयू के अध्यक्ष डीके पांडेय, अपर महामंत्री मो ज़्याउद्दीन,सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह एआईआरएफ के जोनल सेक्रेटरी ओ पी शर्मा और शाखा स्तर पर नेताजी सुभाष,बी के दुबे,सोमेन दत्ता,एन के खवास,जे के साव,इंद्र मोहन सिंह,बी के साव,बी बी सिंह,बी के झा,रूपेश कुमार,चंदन कुमार शुक्ला,सुनील कुमार सिंह,एम पी महतो,आर एन चौधरी,अजीत कुमार मंडल,उमेश कुमार सिंह,सी पी पांडेय और विश्वजीत मुखर्जी सक्रियता के साथ तैयारियों में लगे हुए हैं।
प्रभाव:
21 और 22 नवंबर को होने वाला स्ट्राइक बैलट रेलवे में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर होने वाली संभावित रेल हड़ताल के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यदि इस बैलट में रेलकर्मियों का भारी बहुमत हड़ताल के पक्ष में मतदान करता है, तो यह रेल हड़ताल के लिए मजबूत आधार प्रदान करेगा।
रेल हड़ताल से देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हो सकता है। रेलवे देश की सबसे बड़ी परिवहन प्रणाली है और इसकी हड़ताल से माल ढुलाई और यात्री परिवहन दोनों पर असर पड़ेगा।