ईडी ने 1 रुपया सैलरी लेनेवाले आम आदमी पार्टी (एएपी) विधायक जसवंत सिंह गज्जन माजरा पर कार्रवाई की है, जिनकी 35 करोड़ की संपत्ति को कुर्क किया गया है. ईडी ने माजरा को बैंक से लिए गए कर्ज की राशि का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. मामले में, ईडी ने पिछले 6 नवंबर को माजरा को गिरफ्तार किया था. माजरा ने विधानसभा चुनाव में पंजाब की अमरगढ़ सीट से जीत हासिल की थी और सिर्फ एक रुपया सैलरी लेने का एलान किया था, जिससे उन्होंने राज्य की खड़ीब वित्तीय स्थिति का हवाला दिया था.
ईडी के अनुसार, माजरा तारा कॉरपोरेशन के निदेशक हैं और उन पर लगभग 41 करोड़ की गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है. ईडी ने बताया है कि तारा कॉरपोरेशन ने बैंक से कर्ज लिया और इस राशि को अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर किया गया. कर्ज की राशि में से लगभग 3 करोड़ रुपये विधायक माजरा के निजी बैंक अकाउंट में डायवर्ट किए गए, साथ ही लगभग 34 करोड़ रुपये टीएचएफएल नाम की कंपनी के अकाउंट में ट्रांसफर किए गए, जबकि कर्ज के ब्यौरे में इस कंपनी का नाम नहीं है.