लोकसभा परिसर में विजिटर गैलरी के माध्यम से दो युवकों के प्रवेश के बाद संसद की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। तत्काल प्रभाव से संसद में विजिटर की एंट्री को बैन कर दिया गया। भविष्य में इस तरह की घटना न हो, इसे लेकर व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार इस घटना से सबक लेते हुए संसद की सुरक्षा को लेकर बड़े बदलाव किए जाने पर सहमति बनी है। लोकसभा और राज्यसभा की विजिटर गैलरी में कांच के शीशे लगाए जाएंगे ताकि फिर कभी कोई विजिटर पहली मंजिल से छलांग लगाकर संसद की कार्यवाही के बीच में न कूद सके। बताया गया कि नए बदलावों के तहत सांसदों, लोकसभा-राज्यसभा के स्टाफ और प्रेस के लोगों के प्रवेश के लिए अलग-अलग द्वार आवंटित किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया कि इस डरा देने वाली घटना के बाद सुरक्षा प्रोटोकॉल को व्यापक परिवर्तन होंगे, जिसके तहत जब भी विजिटर्स को दोबारा संसद भवन के अंदर आने की अनुमति दी जाएगी तब उन्हें चौथे गेट से प्रवेश मिलेगा। सांसदों, स्टाफ सदस्यों और प्रेस को अलग-अलग प्रवेश द्वार आवंटित किया जाएगा। इसके अलावा, हवाईअड्डों की तर्ज पर ही बॉडी स्कैन मशीनें संसद में लगाई जाएंगी। लोगों को सदन की कार्यवाही के बीच कूदने से रोकने के लिए अब विजिटर गैलरी को कांच से ढक दिया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया कि सदन के अंदर सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
विजिटर पास जारी करने वाले सांसद ने क्या कहा?
संसद सुरक्षा में चूक मामले में कर्नाटक से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा भी कठघरे में हैं। उन्हीं के कोटै से जारी किए गए विजिटर पास की मदद से आरोपी सागर शर्मा नई संसद भवन में दाखिल हुआ था। बुधवार शाम वो अपना पक्ष रखने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलने पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक उनका कहना है कि वह आरोपी सागर के पिता को जानते थे। पिता से जान पहचान के कारण ही वो उनसे लगातार संपर्क में थे। उन्हें नई संसद देखनी थी। इसलिए उन्होंने विजिटर पास जारी कर आने की अनुमति दी थी।
नए बदलावों से संसद की सुरक्षा व्यवस्था में काफी सुधार होने की उम्मीद है। हालांकि, इन बदलावों को लागू करने में कितना समय लगेगा और ये कितने कारगर होंगे, यह देखना बाकी है।
संसद सुरक्षा में सेंध की यह घटना देश की सुरक्षा व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाती है। सरकार को इस मामले की गहन जांच करनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।