धनबाद, 23 नवंबर 2023: धनबाद स्वास्थ्य विभाग के पास 37 एंबुलेंस हैं, लेकिन इनमें से 25 एंबुलेंस खराब पड़े हैं। इन खटारा एंबुलेंस से मरीजों को अस्पताल ले जाने में कई बार परेशानी होती है। हाल ही में एक प्रसूता की मौत इसी वजह से हो गई थी।
15 सितंबर को गिरिडीह की 20 वर्षीय शांति देवी को प्रसव पीड़ा होने के बाद उनके घर से शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल धनबाद ले जाया गया था। यहां स्थिति गंभीर देखते हुए 108 एंबुलेंस से रिम्स रांची रेफर किया गया था। लेकिन एंबुलेंस महुदा के पास खराब हो गई। लगभग 2 घंटे तक एंबुलेंस खराब पड़ा रहा, दूसरी ओर शांति देवी जिंदगी-मौत से जूझते हुए चल बसी।
इस मामले ने काफी तूल पकड़ा। स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 25 एंबुलेंस की मरम्मत के लिए टेंडर निकाला है। विभाग का दावा है कि जल्द ही इन एंबुलेंस को ठीक करके मरीजों की सेवा के लिए लगाया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. चंद्रभानु प्रतापन ने कहा कि जिले में अभी भी कुछ नई एंबुलेंस हैं, जिनसे मरीजों को सेवा मिल रही है। मरम्मत के बाद खराब पड़ी एंबुलेंस भी मरीजों की सेवा में लगेंगी।
इस मामले पर कांग्रेस नेता विनय कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए और मृतक प्रसूता के परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए।