जमशेदपुर एफसी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के 2023-24 सीजन में संघर्ष कर रही है। टीम ने आठ मैचों में से केवल एक में जीत दर्ज की है, जबकि दो मैचों में ड्रॉ और पांच मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। इस तरह टीम के खाते में अब तक केवल पांच अंक ही हैं।
जमशेदपुर एफसी ने इस सीजन में कोच और खिलाड़ियों में भी बदलाव किए थे, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ है। पिछले सीजन की तरह ही इस बार भी टीम निचले पायदान पर संघर्ष कर रही है।
अंतिम मैच में गोवा एफसी ने 87वें मिनट में गोल कर जमशेदपुर एफसी के जबड़े से जीत छीन ली थी। इससे पहले, ओडिशा एफसी से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा था।
आईएसएल के इतिहास में जमशेदपुर एफसी ने ओडिशा एफसी के खिलाफ पांच बार जीत हासिल की है। इस बार की हार के साथ ही टीम का ओडिशा एफसी के खिलाफ कायम रहा रहा अजेयता का अभियान भी टूट गया है।
जमशेदपुर एफसी के लिए यह हार चिंता का विषय है। टीम को अगर प्लेऑफ में जगह बनानी है, तो उसे जल्द ही अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
रणनीति पर सवाल
जमशेदपुर एफसी के संघर्ष के पीछे कई कारणों को जिम्मेदार माना जा रहा है। इनमें से एक कारण टीम की रणनीति है। टीम के पास अच्छी गुणवत्ता के खिलाड़ी हैं, लेकिन उन्हें सही रणनीति के साथ मैदान पर उतारा नहीं जा रहा है।
दूसरा कारण टीम का कमजोर मनोबल है। टीम के खिलाड़ी मैदान पर हार का मानसिकता से खेल रहे हैं।
तीसरा कारण टीम के अंदर तालमेल की कमी है। खिलाड़ी एक-दूसरे के साथ अच्छी तरह से तालमेल नहीं बिठा पा रहे हैं।
भविष्य की चुनौतियां
जमशेदपुर एफसी के लिए आने वाले मैच काफी चुनौतीपूर्ण होंगे। टीम को अगर प्लेऑफ में जगह बनानी है, तो उसे अगले पांच मैचों में से कम से कम तीन में जीत दर्ज करनी होगी।
टीम को जल्द से जल्द अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है। साथ ही, खिलाड़ियों को हार का मानसिकता से बाहर निकलने और एक-दूसरे के साथ बेहतर तालमेल बनाने की जरूरत है।