जमशेदपुर के वरिष्ठ समाजसेवी और गुरुद्वारा साहिब संत कुटिया के मुख्य सलाहकार स्वर्गीय सरदार जसवंत सिंह का अंतिम संस्कार गुरुवार को मानगो स्वर्णरेखा घाट में कर दिया गया।
उनकी अंतिम शव यात्रा गुरुद्वारा साहिब संत कुटिया से निकाली गई। यहां पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह, झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, संत कुटिया गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जसबीर सिंह संधू मीत, प्रधान कमलजीत सिंह, महासचिव गुरचरण सिंह शेखर, रामगढ़िया सभा के प्रधान केपीएस बंसल, खालसा क्लब प्रधान भगवान सिंह रूबी एवं अन्य द्वारा शाल भेंट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
इसके बाद उनकी शव यात्रा स्वर्णरेखा घाट ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर कई गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के पदाधिकारी एवं समाज के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।
स्वर्गीय जसवंत सिंह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और 12 दिसंबर को उनका देहांत हो गया था। वह अपने पीछे पत्नी चरणजीत कौर, पुत्र अमरजीत सिंह, परमजीत सिंह, हरपाल सिंह समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
उनकी स्मृति में संत कुटिया गुरुद्वारा साहिब में 17 दिसंबर को दोपहर 12:30 बजे अंतिम अरदास का कार्यक्रम रखा गया है।
जसवंत सिंह का समाज सेवा में योगदान
स्वर्गीय जसवंत सिंह एक सच्चे समाजसेवी थे। उन्होंने अपने जीवन में समाज के लिए अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए। वह गुरुद्वारा साहिब संत कुटिया के मुख्य सलाहकार थे और उन्होंने गुरुद्वारा की स्थापना और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वह विभिन्न गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के सदस्य भी थे और उन्होंने गुरुद्वारा प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह सामाजिक क्षेत्र में भी सक्रिय थे और उन्होंने कई सामाजिक संगठनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनके निधन से समाज ने एक महान समाजसेवी को खो दिया है।