जमशेदपुर के गोविंदपुर में नौकरी के नाम पर लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। इस मामले में 1500 से अधिक युवा ठगी का शिकार हुए हैं। पीड़ितों ने शुक्रवार को भाजपा नेता विमल बैठा के नेतृत्व में उपायुक्त से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की।
पीड़ितों ने बताया कि नौकरी दिलाने के नाम पर पहले उनसे 5-5 हजार रुपए सिक्युरिटी मनी के रूप में लिया गया। दो से तीन महीना काम भी कराया गया, लेकिन वेतन नहीं दिया गया। पैसे मांगने पर हाईटेक कंपनी के मालिक रवि कुमार द्वारा टाल मटोल किया जा रहा है। सिक्युरिटी मनी के तौर पर दिया गया पैसा भी नहीं लौटाया जा रहा है।
ठगी की शिकार गोविंदपुर निवासी आरती ने बताया कि गोविंदपुर राम मंदिर के पास स्थित हरि ओम एकेडमिक सेंटर (कोचिंग) में पांच हजार रुपए जमा किया गया था। फिर हाईटेक कंपनी के नाम पर डेटा इंट्री का काम दिया गया। घर से भी काम करने को कहा जाता था। साढ़े आठ हजार रुपए प्रतिमाह देने की बात हुई थी। दो माह काम करने के बाद भी पैसे नहीं दिए गए।
शहर में तीन जगहों पर हाईटेक कंपनी का सेंटर है। सिर्फ गोविंदपुर में ही 1500 युवा इसके शिकार हुए हैं।
मामले को लेकर भाजपा नेता विमल बैठा ने बताया कि 17 दिसंबर को ही मामले की लिखित शिकायत की गई थी। कंपनी के मालिक रवि द्वारा 20 दिसंबर तक की मोहलत ली गई थी। बावजूद इसके अभी तक किसी का पैसा नहीं लौटाया गया है। उपायुक्त ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है। अगर एक हफ्ते में कार्रवाई नहीं हुई तो वे लोग आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
उपायुक्त ने पीड़ितों को आश्वासन दिया कि मामले की जल्द से जल्द जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।