रिपोर्टर, जमशेदपुर.
बिहार लोक सेवा आयोग ने 67वीं बीपीएससी परीक्षा का परिणाम आज जारी कर दिया. इस परीक्षा में झारखंड के परीक्षार्थियों ने भी अच्छी संख्या में सफलता प्राप्त की है. 67वीं बीपीएसपी में सफल होने वालों में जमशेदपुर की बेटियों ने अपना परचम लहराया है. 799 सफल अभ्यर्थियों में टॉप टेन में छह लड़कियों ने सफलता हासिल की है. इसमें तीसरे स्थान यानी थर्ड टॉपर बिस्टुपुर स्थित श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल से पढ़ी अंकिता चौधरी है. अंकिता शहर के साहित्यकार और शिक्षाविद हरिवल्लभ सिंह आरसी की नतिनि है. वहीं सातवें स्थान पर कोडरमा के तिलैया की रहने वाली अपेक्षा मोदी का नाम है. सूची के पहले स्थान पर अमन आनंद है, दूसरे स्थान पर निकिता कुमारी है.
सरकारी स्कूल के टीचर हैं अंकिता के पिता
अंकिता ने नौंवी तक की पढ़ाई जमशेदपुर स्थित श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल ( एसकेपीएस) से की है जबकि आगे की पढ़ाई 12वीं तक बोकारो से पूरी करने के बाद रांची के काके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय से स्नातक की है. अंकिता स्नातक करने के बाद से ही सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रही थी. हालांकि बीपीएससी के माध्यम से अंकिता को पूर्व में नौकरी लगी थी. लेकिन अंकिता का लक्ष्य प्रशासनिक सेवा में आना था, इसलिए वे अपने लक्ष्य पर केंद्रीत हो कर बिहार के बांका में आठ माह सरकारी नौकरी करने के बाद उसे छोड़ दिया और जुट गयी अपने लक्ष्य प्राप्त करने की तैयारी में. कड़ी मेहनत और लगन उसे यह सफलता मिली. अंकिता के पिता विनोद कुमार चौधरी धनबाद में सरकारी स्कूल के शिक्षक हैं जबकि माता चुनचुन चौधरी गृहिणी है. श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल के संचालक और साहित्यकार, शिक्षाविद हरिवल्लभ सिंह आरसी जी अपनी नतनी की इस सफलता से काफी खुश हैं और इस सफलता का श्रेय उसकी मेहनत को दिया है.
अंकिता के साथ शहर की आकांक्षा और विनिता भी हुई सफल
शहर में पदस्थापित दो डीएसपी की बेटियों को भी सफलता मिली है. इसमें एक नाम डीएसएपी सीसीआर अनिमेष गुप्ता की बेटी आकांक्षा गुप्ता का है और दूसरा नाम डीएसपी हेड क्वार्टर वन बीरेंद्र राम की बेटी विनिता कुमारी का है. दोनों डीएसपी पिता अपनी बेटियों की इस सफलता से काफी खुश है. पुलिस परिवार के लिए यह बड़ी अच्छी खबर है. वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने दोनों पदाधिकारी और उनकी बेटियों को बधाई दी है. झारखंड की धरती पर पली बढ़ी और शिक्षा ग्रहण कर अब दोनों बेटी बिहार में प्रशासनिक पदाधिकारी बन सेवा देंगी. आकांक्षा और विनिता से इस मौके पर कैंपस बूम ने आकांक्षा और विनिता से बातचीत की. सफलता की कहानी आकांक्षा और विनिता की जुबानी, पढ़िए ये रिपोर्ट.
अपनी सफलता से संतुष्ट हूं : आकांक्षा गुप्ता
आकांक्षा ने जमशेदपुर के ही धातकीडीह स्थित जेएच तारोपोर से 10वीं और सेक्रेट हार्ट कान्वेंट स्कूल से 12वीं की पढ़ाई की है. वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक करने के साथ ही सिविल सेवा की तैयारी कर रही थी. कैंपस बूम से बातचीत करने के दौरान आकांक्षा ने बताया कि उन्हें पहले ही प्रयास में मेंस और इंटरव्यू में सफलता मिली है. अपनी इस सफलता से वे काफी खुश है. 105वां स्थान मिलने के बारे में आकांक्षा ने बताया कि वह अपने इस परिणाम से संतुष्ट है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता, दोस्ताे को दिया है.
परिणाम बेहतर है, लेकिन मंजिल अभी बाकी है, यूपीएससी लक्ष्य है : विनिता
इस परीक्षा में 126वां रैंक हासिल करने वाली जमशेदपुर के डीएसपी हेड क्वार्टर 1 बीरेंद्र राम की बेटी विनिता कुमारी से भी कैंपस बूम की बातचीत हुई. विनिता ने बताया कि उनकी स्कूलिंग रांची के डीएवी बरियातू से हुई है. 2015 में उन्होंने डीएवी बरियातू से 12वीं पास किया था और उसके बाद उन्होंने रांची के बीआईटी मेसरा से कंप्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. लेकिन विनिता की मंजिल इंजीनियरिंग नहीं थी. बचपन से प्रशासनिक सेवा और पुलिस सेवा को नजदीक से देखा है. पिता को रॉल मॉडल मानने वाली विनिता ने कहा कि वे अपने पिता से मोटिवेटेड थी. इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद भी सिविल सेवा में करियर बनाने का मन बनाया था. विनिता इस परीक्षा में दूसरे ही प्रयास में सफल हुई है. यह पूछने पर क्या उनका बीपीएससी ही लक्ष्य था या आगे भी यूपीएससी की तैयारी जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि उनका सपना और लक्ष्य यूपीएससी में सफल होना है और आईएएस बनना है. सफलता का श्रेय विनिता ने अपने पिता और माता लीलावी देवी को दिया है. विनिता तीन भाई बहन में सबसे बड़ी है. एक भाई भुवनेश्वर के केआईआईटी से इंजीनियरिंग कर रहा है जबकि छाेटी बहन ने इसी वर्ष रांची यूनिवर्सिटी से जुलॉजी साइंस में स्नातक पास किया है.