पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित गुदड़ी थाना क्षेत्र के रायगढ़ा में पुलिस मुखबिरी के आरोप में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। नक्सलियों ने घटनास्थल पर पर्चा छोड़कर हत्याकांड की जिम्मेदारी भी ली है। यह घटना सोमवार दोपहर को हुई है, लेकिन अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण पुलिस को सूचना देर शाम को मिली थी।
इसके बाद से पूरे जिले की पुलिस घटना की जाँच कर रही है। घटना के बाद मंगलवार को पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल भेज दिया है।
सोमवार को नक्सलियों ने मारी थी गोली
जानकारी के अनुसार, पश्चिमी सिंहभूम जिले के नक्सल प्रभावित गुदड़ी थानाक्षेत्र रायगाड़ा गांव के पास सोमवार को पूर्व उप प्रमुख कमल पुर्ती की भाकपा माओवादी नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के बाद नक्सलियों ने घटनास्थल पर भाकपा माओवादी नक्सली संगठन का पोस्टर छोड़कर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगा घटना की जिम्मेदारी ली है।
नक्सलियों ने पूर्व उप प्रमुख कमल पुर्ती को पुलिस मुखबिर(SPO) बताया है। घटना के बाद मंगलवार को भारी सुरक्षा के बीच गुदड़ी और सोनुआ पुलिस घटनास्थल पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पूर्व उप प्रमुख पर पहले भी दो बार हुआ हमला
बता दें कि पूर्व में भाकपा माओवादी नक्सली ने पूर्व उप प्रमुख कमल पुर्ती पर दो बार जानलेवा हमला किया था, जिसमें वह बाल-बाल बच गया था। दोनों घटना के बाद वह गांव छोड़कर सोनुआ में रहता था, लेकिन सोमवार को नक्सलियों को उसकी गांव आने की सूचना मिली तो भाकपा माओवादी दस्ता ने गांव पहुंचकर उसकी गोली मारकर हत्या कर दी।
इस संबंध में पश्चिमी सिंहभूम जिला के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि सोमवार रात में प्रारंभिक सूचना प्राप्त हुई थी कि गुदड़ी थाना के रायगढ़ा के निवासी कमल पूर्ति की अज्ञात अपराधिकर्मियों द्वारा हत्या कर दी गई है। विभिन्न सूत्रों से इसका सत्यापन करने का प्रयास किया गया है।
सत्यापन के बाद पुलिस ने घटना की पुष्टि करते हुए जानकारी दी है कि कमल पूर्ति की हत्या गोली मारकर की गई है, जिसमें अज्ञात माओवादी दस्ता द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने की आशंका बताई गई है। पुलिस ने यह भी बताया है कि मृतक कमल पूर्ति का प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई के साथ संपर्क रहा है और इसका आपराधिक इतिहास भी है।