रांची, झारखंड की राजधानी रांची में उलगुलान की रैली में विपक्षी नेताओं ने जमकर किया शक्ति प्रदर्शन। रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, बिहार के नेता तेजस्वी यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल, आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला समेत तमाम नेता जमकर भाजपा सरकार पर बरसे।
इन नेताओं ने भाजपा पर जमकर हमला बोला और कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में सभी एकजुट होकर देश को तानाशाही से मुक्त करेंगे, रैली में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को भी शामिल होना था लेकिन स्वास्थ्य कारणों से वह नहीं आ सके। झारखंड मुक्ति मोर्चा के आवाहन पर रांची में आयोजित इस रैली का नाम उलगुलान न्याय रैली रखा गया था, झारखंड में उलगुलान विद्रोह और क्रांति शब्द का पर्याय है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री पर निशाना चाहते हुए कहा कि हमारे नेताओं को जेल भेजने से हम डरने वाले नहीं हैं हम जमीन से जुड़े लोग हैं जितना दबाएंगे उतनी ज्यादा ताकत के साथ हम उठ खड़े होंगे।
उन्होंने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी गरीबों से उनका हक छीना चाहते हैं और वह आदिवासियों का भला नहीं चाहते इसी वजह से क्या बिना सबूत के आदिवासी मुख्यमंत्री को जेल में डाल दिया, 400 पर के नारे पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि इनका वश चलता तो ये 600 पा बोल देते हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने उलगुलान महारैली में कहा कि भाजपा ने राजनीतिक प्रतिद्वंदता की वजह से उनके निर्दोष पति को जेल में डाल दिया है जेल में खाने पर पाबंदी है, वहां पर कैमरा लगा रखा है। अरविंद केजरीवाल शुगर के मरीज हैं, जेल में इंसुलिन नहीं दे रहे हैं, ये दिल्ली के मुख्यमंत्री को जान से मार डालना चाहते हैं, लेकिन हम डरेंगे नहीं, हम तानाशाही को मिटा देंगे, लड़ेंगे और जीतेंगे। तेजस्वी यादव ने कहा कि केंद्र सरकार बाबा साहब के संविधान को खत्म कर देना चाहती है लेकिन उन्हें मालूम नहीं है कि अगर संविधान को खत्म करने की सोचेंगे तो जनता उन्हें खत्म कर देगी। तेजस्वी ने बीजेपी को सबसे बड़ा झूठा पार्टी बोलते हुए कहा कि इस बार जनता ने मूड बनाया है कि भाजपा को भगाओ, देश का लोकतंत्र बचाओ। सभी मिलकर केंद्र की तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि हम लोग एकजुट होकर पूरे देश के आदिवासी भाजपाइयों की जमानत जप्त करने के काम करेंगे। नरेंद्र मोदी सभी विरोधी नेताओं को जेल में डालकर तानाशाही दिखा रहे हैं, हेमंत जी के साथ भी ऐसा ही किया भारत के संविधान को खत्म कर यह नागपुर का संविधान लागू करना चाहते हैं। नागपुर के संविधान से दलितों पिछड़ों का आरक्षण खत्म करना चाहते हैं, लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं। भाजपा के नेता कह रहे हैं कि इस बार 400 दे दो संविधान बदलना है।
उलगुला न्याय रैली में मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का भाषण पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके जेल जाने के इर्द गिर्द ही रहा, उन्होंने कहा कि यह रैली केंद्र सरकार की तानाशाही और केंद्रीय एजेंसियों के एक दल के लिए काम करने के विरोध में देश की जनता को संदेश देने के लिए आयोजित की गई है, उन्होंने भाजपा पर हमलावर होते हुए कहा कि उसकी सोच झारखंड के इतिहास को मिटाने की है, ऐसे ऐसे कानून लाने जा रहे हैं जो झारखंड की अस्मिता आदिवासियों और मूल वीडियो के अस्तित्व को मिटाने का षड्यंत्र है, हेमंत बाबू और अरविंद केजरीवाल ने जनता के लिए निस्वार्थ भाव से काम करने का प्रयास किया तो दोनों को जेल भिजवा दिया मुख्यमंत्री यही तक नहीं रुके उन्होंने कहा कि भाजपा वाले नहीं चाहते कि झारखंड के आदिवासियों गरीबों के बच्चे पढ़ें, किसान आगे बढ़े।