पटना, 6 दिसंबर: बिहार में पंचायत उपचुनाव की घोषणा कर दी गयी है। राज्य भर में जिला परिषद सदस्य, ग्राम कचहरी सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, पंचायत मुखिया सहित कुल 1675 पदों के लिए चुनाव होंगे। 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक नामांकन प्रक्रिया चलेगी। वहीं 28 दिसंबर को वोटिंग और 30 दिसंबर को चुनावी नतीजे आयेंगे।
इस संबंध में राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव मुकेश कुमार सिन्हा ने सभी जिलों के निर्वाचन पदाधिकारी को पत्र लिखा है। घोषणा के साथ ही संबंधित क्षेत्रों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है।
20 दिसंबर तक नाम वापस ले सकेंगे उम्मीदवार
पंचायत उपचुनाव के लिए जारी शेड्यूल के अनुसार, पंचायत उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 9 दिसंबर से 15 दिसंबर तक चलेगी। सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक नामांकन का आवेदन लिया जायेगा। नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी 16 से 18 दिसंबर तक की जायेगी। वहीं नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है। 1675 पदों पर वोटिंग 28 दिसंबर को सुबह 7 बजे से शुरू होगी, जो शाम पांच बजे तक चलेगी। 30 दिसंबर को सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू होगी।
2021 व 2022 में चुनाव होने के बाद भी कई पद रह गये थे खाली
बता दें कि बिहार पंचायत उपचुनाव में ग्राम पंचायत मुखिया के 21, जिला परिषद सदस्य के 4, ग्राम कचहरी सरपंच के 36, पंचायत समिति सदस्य के 20, ग्राम पंचायत सदस्य के 353 और ग्राम कचहरी पंच के 1241 पदों पर चुनाव होंगे। बिहार में 2021 में पंचायत उपचुनाव हुआ था। लेकिन उस समय कई पद खाली रह गये थे। 2022 में भी खाली पदों के लिए उपचुनाव हुए, लेकिन पंच के पद पर कई जगह उम्मीदवार नहीं मिले। जिसके बाद चुनाव आयोग ने इन जगहों पर फिर से उपचुनाव कराने की घोषणा की है।
चुनाव के लिए तैयारियां शुरू
पंचायत उपचुनाव की घोषणा के बाद सभी जिलों में चुनावी तैयारियां शुरू हो गयी हैं। निर्वाचन पदाधिकारी मतदान केंद्रों की सूची तैयार कर रहे हैं। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था की भी योजना बना रहे हैं।
उम्मीदवारों के लिए भी चुनाव तैयारी शुरू हो गयी है। उम्मीदवार नामांकन के लिए आवेदन भरने की तैयारी में जुट गये हैं। वे अपने समर्थकों को भी जुटाने में जुटे हैं।