जमशेदपुर के बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी में इन दिनों कचरे का अंबार लगा हुआ है। जगह-जगह कचरा जलता हुआ दिखाई दे रहा है। लोगों का कहना है कि उन्हें कचरा फेंकने के लिए कहीं भी व्यवस्था नहीं है। इस कारण मजबूरन उन्हें कचरा सड़कों पर या मैदानों में फेंकना पड़ रहा है।
दीपावली और छठ जैसे त्योहारों के आने से पहले लोग अपने घरों की सफाई में जुटे हुए हैं। लेकिन कचरा फेंकने की जगह न होने के कारण लोग अपने घरों से कचरा निकाल कर बाहर फेंक रहे हैं। इससे आसपास का वातावरण प्रदूषित हो रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मामले में जनप्रतिनिधि भी गंभीर नहीं हैं। चुनाव के समय तो वे हर जगह सफाई करवाने का दावा करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद फिर से सब कुछ वैसा ही हो जाता है।
इस संबंध में जब बागबेड़ा के विधायक दिनेश महतो से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नगर निगम को निर्देश दिया गया है कि बागबेड़ा में जल्द से जल्द कूड़ेदान लगाए जाएं।
लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सिर्फ एक आश्वासन है। इससे पहले भी कई बार इस समस्या को लेकर जनप्रतिनिधि से शिकायत की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर कचरे का अंबार लगाने की जिम्मेदारी किसकी है? विधायक, जिला परिषद, मुखिया या पंचायत समिति सदस्य? इस सवाल का जवाब देने के लिए जनप्रतिनिधि खुद आगे आकर जनता की समस्याओं को हल करने का प्रयास करें। तभी इस समस्या का समाधान होगा।