जमशेदपुर,आदिवासियों का धार्मिक सबसे महत्वपूर्ण एवं प्रकृति और आदिवासी संस्कृति से जुड़ा पवित्र महा पर्व दिसोम सोहराय (बांधना पर्व) की तैयारी जोरों पर… इस पर्व में आदिवासी समाज के द्वारा हमारे जीविका जीने के लिए खेती-बाड़ी में हमारे जीवन यापन में मुख्य भूमिका निभाने और हमें अनाज उपलब्ध कराने में मुख्य योगदान देने वाले पशु (बैल) को अपने संस्कृति के अनुरूप पूजा पाठ से उन्हें पूजा जाता है।बैलों को सजाया जाता है।।और उन्हें नचाया जाता है।।इस पर्व को आदिवासी समाज बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं।।(मानगो बिग बाजार के पीछे पानी टंकी फुटबॉल मैदान) आज कुमरूम बस्ती ग्राम सभा के माध्यम से इस त्यौहार का भव्य आयोजन किया गया है।।इस पर्व में आप सभी सादर आमंत्रित है।।आज इसकी अंतिम तैयारी में कमेटी के सभी सदस्य जुटे हुए हैं।।