जमशेदपुर, 8 दिसंबर 2023: जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में प्राकृतिक विकरण एवं परमाणु उर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग पर जन जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन कॉलेज के रसायन शास्त्र विभाग और इंडियन एसोसिएशन फॉर रेडियेशन प्रोटेक्शन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भाभा एटॉमिक रिर्सच सेंटर के वैज्ञानिक डॉ एमएस कुलकर्णी और डॉ एसके झा उपस्थित थे। उन्होंने उपकरणों के सहारे विषय वस्तु पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डाला।
प्रथम वक्ता डॉ एमएस कुलकर्णी ने बताया कि नाभिकीय उर्जा प्रतिवर्ष सबसे कम ग्रीन हाउस गैसेज उत्सर्जित करती है और यह हमारे उच्च गुणवत्तापूर्ण जीवन में काफी सहायक है। उन्होंने कहा कि नाभिकीय उर्जा का उपयोग बिजली उत्पादन, चिकित्सा, कृषि, उद्योग आदि क्षेत्रों में किया जा सकता है।
द्वितीय वक्ता डॉ एस के झा ने सतत् विकास की यात्रा में प्रकृति को साथ लेकर आगे बढ़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि गामा रेडिऐशन का उपयोग कैंसर के इलाज, खाद्य संरक्षण, माइक्रोबाइल नियंत्रण आदि में किया जाता है।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने वक्ताओं का स्वागत करते हुए प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। परिचय आयोजनकर्ता सह विभागध्यक्ष डॉ गजेंद्र कुमार सिंह एवं संयोजक डॉ नीता सिन्हा ने कराया। मंच संचालन डॉ स्वाति वत्स ने किया।
कार्यक्रम में कॉलेज के शिक्षक डॉ आर के कर्ण, डॉ प्रभात कुमार सिंह, डॉ संजय नाथ, डॉ संजय यादव, डॉ रवि शंकर प्रसाद सिंह, डॉ एसएन ठाकुर, डॉ अशोक कुमार रवानी, डॉ शालिनी, प्रो ब्रजेश कुमार, डॉ किरण दुबे समेत सभी शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
नाभिकीय उर्जा प्रतिवर्ष सबसे कम ग्रीन हाउस गैसेज उत्सर्जित करती है।
नाभिकीय उर्जा का उपयोग बिजली उत्पादन, चिकित्सा, कृषि, उद्योग आदि क्षेत्रों में किया जा सकता है।
सतत् विकास की यात्रा में प्रकृति को साथ लेकर आगे बढ़ना चाहिए।
गामा रेडिऐशन का उपयोग कैंसर के इलाज, खाद्य संरक्षण, माइक्रोबाइल नियंत्रण आदि में किया जाता है।