रांची: जेलों में अनियमितता और गड़बड़ी की शिकायतों को देखते हुए सोमवार को गृह विभाग के आदेश पर राजधानी रांची समेत धनबाद, जमशेदपुर, पलामू, साहिबगंज व अन्य जेलों में पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने छापेमारी की। रांची जिला प्रशासन की ओर से रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में किए गए औचक निरीक्षण में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए।
कैदियों के घर से आने वाली रकम भी गटक जाते हैं कर्मचारी
लगभग 200 कैदियों से हुई पूछताछ में पता चला है कि कैदियों के घर से उनके लिए भेजे जाने वाले जेब खर्च में भी जेल के कर्मचारी अपना हिस्सा वसूल लेते हैं। उन्हें भोजन देने में भी धांधली की जाती है। मीनू के अनुसार कैदियों को भोजन नहीं दिया जाता है। इतना ही नहीं, जेल के भीतर बंद बीमार कैदियों के लिए भी डाक्टरों के परामर्श अनुकूल भोजन देने की अनुशंसा का भी अनुपालन नहीं होता है।
ठंड में कंबल नहीं मिला
नियम के अनुसार, कैदियों को सप्ताह में एक दिन नान वेज खाना दिया जाना है, जबकि जेल प्रशासन की ओर से 15 दिनों पर नानवेज दिया जाता है। खाने में खीर भी सभी को नहीं दी जाती है। ठंड में ओढ़ने के लिए कंबल किसी को मिला तो किसी को नहीं।
जांच में मिली कई अनियमितताएं
जांच दल में शामिल पदाधिकारियों ने जेल में कैदियों के लिए खाने की व्यवस्था की जानकारी ली। साथ ही कैदियों को उपलब्ध कराए जा रहे भोजन की गुणवत्ता की जांच के लिए पके भोजन और कच्ची खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए। खाद्य सामग्री का स्टाक पंजी से मिलान भी किया गया। निरीक्षण के दौरान करीब 200 कैदियों का बयान दर्ज किया गया।
विस्तृत जांच रिपोर्ट 15 दिनों में भेजी जाएगी
जिला स्तर से विस्तृत जांच प्रतिवेदन जेल आइजी को 15 दिनों में भेजा जाएगा।
सेल एवं वार्डों की भी जांच की गई
उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अंदर प्रत्येक वार्ड एवं सेल की जांच की गई। जेल में कैदियों की चिकित्सा व्यवस्था का भी जायजा लिया गया। उपायुक्त ने अस्पताल का निरीक्षण करते हुए कैदियों को उपलब्ध कराए जा रहे चिकित्सा-व्यवस्था की जानकारी ली।
जांच टीम में शामिल थे ये अधिकारी
टीम में अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था), रांची राजेश्वरनाथ आलोक, कार्यपालक दंडाधिकारी संजय प्रसाद, आवासीय दंडाधिकारी, हटिया स्मृति कुमारी, डा. अनिल कुमार खेतान, चिकित्सक सदर अस्पताल रांची, अरुण कुमार प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, संतोष कुमार, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी अनगड़ा एवं सजल श्रीवास्तव, फूड सेफ्टी कार्यालय शामिल थे। जांच में सहयोग के लिए दल में 20 सब इंस्पेक्टर तथा 50 पुलिसकर्मी भी शामिल थे।