कोलकाता, 21 नवंबर 2023: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने राजभवन की जासूसी का बड़ा आरोप लगाते हुए अपनी रिपोर्ट सामने रखी है। राजभवन में भी जासूसी होने का मामला सामने आने के बाद से पूरी राजनीतिक जगत में कोहराम मचा हुआ है। बता दें कि जासूसी होने की जानकारी संबंधित अधिकारियों को भी दी जा चुकी है।
पूरा मामला पश्चिम बंगाल के राजभवन से जुड़ा हुआ है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि राजभवन में उनकी जासूसी हो रही है। यह आरोप लगाते हुए दावा किया है कि राजभवन में जासूसी करवाने को लेकर पुख्ता जानकारी मिली है।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि यह एक तथ्य है। मेरे पास इस संबंध में विश्वसनीय जानकारी है। संबंधित विभाग के समक्ष यह मुद्दा उठाया गया है। मैं उनके जवाब का इंतजार करूंगा।
हालांकि राज्यपाल ने अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं किया है कि राजभवन में उनकी जासूसी कौन करवा रहा है। बता दें कि फिलहाल राज्य सरकार के साथ राज्यपाल के संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं। कई मुद्दों में राज्य की ममता बनर्जी की सरकार और राज्यपाल के बीच खींचातानी चल रही है।
राज्यपाल के आरोपों पर सरकार ने किया पलटवार
राज्यपाल के आरोपों पर राज्य सरकार ने पलटवार किया है। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि राज्यपाल के आरोप बेबुनियाद और निराधार हैं। राज्य सरकार किसी भी तरह की जासूसी में शामिल नहीं है।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्यपाल को अपने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल राजनीति में उलझकर इस तरह के आरोप लगा रहे हैं।
मामले की जांच के लिए सीबीआई को सौंपने की मांग
राज्यपाल के आरोपों के बाद विपक्ष ने मामले की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपने की मांग की है। विपक्षी दलों का कहना है कि राज्य सरकार की ओर से जासूसी कराई जा रही है।
विपक्षी दलों ने कहा कि राज्यपाल के आरोपों से राज्य की छवि खराब हो रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच से सच्चाई का पता चलेगा।
मामले पर आगे क्या होगा, यह देखने वाली बात होगी। लेकिन एक बात तो तय है कि राज्यपाल के आरोपों से राज्य की राजनीति में गर्माहट बढ़ गई है।