दिल्ली,भगोड़े संजय भंडारी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय में चल रहे मामले में रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें थमने का नाम ही नहीं ले रही है, प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लांड्रिंग के मामले में संजय भंडारी के करीबी सीसी थंपी एवं सुमित के खिलाफ दिल्ली की अदालत में चार्जशीट दायर की है जिसमें रॉबर्ट वाड्रा का नाम भी शामिल है सीसी थंपी यूएई एनआरआई है जबकि सुमित चढ्ढा यूके के नागरिक हैं इस मामले में दोनों की गिरफ्तारी हो चुकी है प्रवर्तन निदेशालय के कोर्ट में बताया कि आरोपी थंपी और वाड्रा के बीच न सिर्फ पैसों का लेनदेन हुआ बल्कि लंदन में स्थित 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर संजय भंडारी के इस फ्लैट का रेलवेशन वाड्रा के कहने पर थंपी ने करवाया और इस फ्लैट में वाड्रा पूर्व में कई बार रुक चुके हैं।
प्रवर्तन निदेशालय की जांच से पता चला है कि संजय भंडारी के पास कई अघोषित संपत्तियां हैं, 2002 प्रावधानों के अनुसार यह संपत्ति अपराध की आय से अर्जित की गई है, थंपी और चढ्ढा को को अपराध की इन आय से अर्जित संपत्ति को छुपाने और उपयोग करने में शामिल पाया गया है। 1 जून 2020 ईडी ने संजय भंडारी एवं उनकी तीन कंपनियों और करीबी संजय कपूर और अनिरुद्ध वाधवा के खिलाफ चार्ज शीट दायर की थी इसके बाद ईडी की विशेष अदालत ने संजय भंडारी के प्रत्यर्पण का भी आदेश दिया था लेकिन भंडारी यूके के समक्ष प्रत्यर्पण आदेश को चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की थी, अभी तक भंडारी के 26.55 करोड रुपए की संपत्ति एजेंसी के द्वारा कर्क की गई है। ईडी के जांच में पता चला है कि सीसी थंपी एवं वाड्रा काफी करीबी सहयोगी हैं यह दोनों साथ मिलकर फरीदाबाद में जमीन का बड़ा हिस्सा खरीदा और एक दूसरे के खाते में मोटी रकम का भी ट्रांसफर किया।