धनबाद जेल में हुए अमन सिंह की हत्या के बाद, रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए कदम उठाए गए हैं। रांची जेल के कर्मियों को ड्यूटी के दौरान मोबाइल रखने पर पाबंदी लगा दी गई है और उन्हें चेतावनी दी गई है कि इस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
जेल प्रशासन ने कर्मियों को चेतावनी दी है कि उनके पास ड्यूटी के दौरान मोबाइल होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गेट में प्रवेश करने के दौरान कर्मचारियों की तलाशी ली जा रही है और उन्हें खुदाई के दौरान मोबाइल रखने पर भी रोक लगा दी गई है। चाबी, मोबाइल, और अन्य सामानों को लेकर विशेष रूप से सतर्कता बढ़ाई गई है।
जेल में बंद कैदियों के सामान की भी चेकिंग हो रही है, और उन्हें तीन स्थानों पर जांचा जा रहा है। कैदियों के सामान में गहनों की तलाशी हो रही है और यदि कोई आपत्तिजनक सामान मिलता है, तो उसे तुरंत निकालकर फेंक दिया जा रहा है।
रांची जेल में कई नक्सली भी बंद हैं, जिनमें कुख्यात अपराधी अमन श्रीवास्तव, विपिन शर्मा, पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप, माओवादी प्रशांत बोस, और जयनाथ साहु शामिल हैं। हालांकि, शूटर सुधीर प्रसाद को अमन श्रीवास्तव की हत्या की योजना बनाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद उसे लातेहार जेल में ट्रांसफर कर दिया गया है।
धनबाद जेल में हुई हत्या के बाद, जेल प्रशासन ने सुरक्षा को और बढ़ाया है और हर सेल में पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। इसके बाद से, कैदियों की गतिविधियों की मोनिटरिंग में भी बढ़ोतरी की गई है और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।