नमामि बंसल, एक दुकानदार की बेटी हैं, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल कर देशभर को प्रेरित किया है। उन्होंने न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि सपनों को पूरा करने के लिए महंगी कोचिंग या संसाधनों की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि आत्मविश्वास, कड़ी मेहनत और लगन ही सफलता की कुंजी है।परीक्षा में सफलता:
नमामि ने अपने चौथे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की। पहले तीन प्रयासों में असफलता के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार तैयारी जारी रखी।पिता का समर्थन:
नमामि के पिता, जो एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, ने उनकी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने न केवल अपनी बेटी को प्रोत्साहित किया, बल्कि उनकी शिक्षा और तैयारी के लिए हरसंभव मदद भी की।स्व-अध्ययन और रणनीति:
नमामि ने अपनी तैयारी के लिए ऑनलाइन संसाधनों, पुस्तकों और नमूना प्रश्नों का उपयोग किया। उन्होंने एक प्रभावी अध्ययन योजना बनाई और उसका कड़ाई से पालन किया।
नमामि का मानना है कि सफलता के लिए कड़ी मेहनत, लगन और आत्मविश्वास सबसे महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने अन्य उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे हार न मानें और अपनी तैयारी जारी रखें।
नमामि बंसल की कहानी उन सभी के लिए प्रेरणादायक है जो सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं। यह दर्शाता है कि यदि आप दृढ़निश्चयी हैं और कड़ी मेहनत करने को तैयार हैं, तो आप अपनी परिस्थितियों से ऊपर उठकर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।IAS बनने की ख्वाहिश रखने वाले युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं नमामि बंसल, बिना कोचिंग के चौथे प्रयास में हासिल की सफलता ।