जमशेदपुर:”सिख गुरूओं ने मानवसेवा के लिए अपने प्राणों तक की आहुति दे दी जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत है.सिख गुरूओं और संगत का देश की सेवा में अहम योगदान रहा है.रंगरेटा महासभा का नयी पीढ़ी को शिक्षा देने के लिए ऐसे समागम का आयोजन सराहनीय है.
उक्त बातें उड़ीसा के राज्यपाल और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने झारखंड रंगरेटा महासभा के बैनर तले एग्रीको स्थित ट्रांसपोर्ट मैदान में आयोजित शहीदी दिहाड़ा कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कहीं हैं.श्री दास ने प्रधानमंत्री द्वारा सिख गुरूओं के सम्मान में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का भी उल्लेख किया.उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा सिख गुरूओं के सम्मान में सिक्के और डाक टिकट जारी करवाने के साथ ही छोटे साहिबजादों के शहादत पर वीर बाल दिवस घोषित किया गया.उन्होने अपने मुख्यमंत्री कार्यकाल को याद दिलाते हुए कहा कि जमशेदपुर में पहली बार सरकार ने सीजीपीसी के साथ मिलकर गोपाल मैदान में बड़े पैमाने पर गुरु पर्व मनाया था.उन्होंने अपने संबोधन में गुरु तेग बहादुर,गुरु गोविंद सिंह,बाबा जीवन सिंह और चार साहिबजादों की शहादत पर प्रकाश डाला.
श्री दास ने देश की सुरक्षा में हमेशा अमूल्य योगदान देने के लिए सिखों की प्रशंसा करते हुए भविष्य में सिख समुदाय के हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया.
मौके पर राज्यपाल रघुवर दास को रंगरेटा महासभा के अध्यक्ष मनजीत सिंह,झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह,सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह और उद्योगपति राजीव दुग्गल द्वारा संयुक्त रूप से बाबा जीवन सिंह जी की स्मृति में बनाये गए प्रतीक चिन्ह एवं शॉल भेंट किया गया.वहीं समाज में अहम योगदान के लिए राजीव दुग्गल,सरदार शैलेंद्र सिंह,जसवंत सिंह (चंडीगढ़),सतपाल सिंह (तरन तारन पंजाब),भगवान सिंह,अमरजीत सिंह, तरसेम सिंह,तारा सिंह,दलवीर दिल्ली, कमलजीत कौर,कमलजीत कौर गिल, बलविंदर कौर,किरणदीप कौर,अमृत सिंह, सुखदेव सिंह मिट्ठू,जगतार सिंह,जसवंत सिंह संधू,साहब सिंह,जसवंत सिंह गिल, मलकीत सिंह आदि को भी स्मृति चिन्ह भेट किया गया.
आज के इस धार्मिक समागम में लगभग 5000 से भी ज्यादा की तादाद में संगत ने मत्था टेका और गुरु का लंगर ग्रहण किया.इसी क्रम में राज्यपाल ने भी पंगत में बैठकर गुरु का लंगर ग्रहण किया.रंगरेटा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष और बाबा जीवन सिंह भलाई ट्रस्ट के झारखंड प्रभारी मंजीत सिंह ने समागम में सहयोग करने वाले सभी लोगों के प्रति आभार प्रकट किया.