जमशेदपुर। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से एक फिर समन जारी किया गया है। जमीन की खरीद-फरोख्त में गड़बड़ी मामले में हेमंत सोरेन को छठी बार यह नोटिस जारी किया गया है और उन्हें 12 दिसंबर को पेश होने को कहा गया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के हवाले से जारी खबर में ईडी की ओर से छठी बार समन जारी किए जाने पर सूबे की मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी के समक्ष पेश होने और सच बताने का आग्रह किया है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने सोमवार को इस बाबत प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर कहा कि राज्य के मुखिया होने के नाते हेमंत सोरेन का नैतिक और संवैधानिक दायित्व है कि वे प्रवर्तन निदेशालय के समन का सम्मान कर राज्य की जनता के समक्ष उदाहरण पेश करें। कहा कि भारतीय इतिहास में संभवतः यह पहली बार है जब कोई मुख्यमंत्री ईडी के सवालों से लगातार भाग रहे हैं। कहा कि जब एक मुख्यमंत्री ही जांच एजेंसियों के समन का सम्मान नही करेंगे तो एक आम आदमी से कैसे उम्मीद की जा सकती है कि वे पुलिस व अन्य जांच एजेंसियों के समन का सम्मान कर उन्हें सहयोग करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी के सामने हाजिर होकर सच बताना चाहिए और जो भी कारनामे उन्होंने किये हैं उन सभी तथ्यों को उजागर करना चाहिए। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि झारखंड से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के घर से आयकर विभाग ने रिकॉर्ड 400 करोड़ से अधिक की नकदी जब्त की है। ये आंकड़े पूरे देश को हैरान करने वाले हैं। एक समय मधु कोड़ा के मुख्यमंत्री रहते 4 हजार करोड़ के घोटाले में झारखंड ने नाम कमाया था और अब 400 करोड़ की नकद बरामदगी में नाम हुआ है। झारखंड की जनता को यह समझना होगा कि इससे अधिक बेशर्मी की तस्वीर किसी राज्य के लिए और क्या बन सकती है।
प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह करते हुए कहा कि यदि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया और कोई काली कमाई नहीं की, तो उन्हें ईडी का साहस के साथ सामना करना चाहिए और सवालों का सामना कर सच्चाई बतानी चाहिए। कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि मुख्यमंत्री के इसी उदासीन रवैये और ढुलमुल नीति के कारण पूरे राज्य में अपराधियों के मंसूबे आज सातवें आसमान पर हैं जहां अपराधी प्रतिदिन बेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहे हैं।