जमशेदपुर। सिदगोड़ा स्थित सूर्य मंदिर परिसर के आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल शंख मैदान समेत मंदिर परिसर में वॉलीबॉल, बास्केटबॉल एवं अन्य खेलकूद स्थल के निर्माण कार्य को लेकर सूर्य मंदिर समिति ने विधायक सरयू राय व उनके समर्थकों पर गलत बयानबाजी और अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है।बुधवार को सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने प्रेस-विज्ञप्ति जारी कर कहा कि विधायक सरयू राय सूर्य मंदिर समिति पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाकर अपनी धर्म विरोधी कृत्यों को छुपाना चाह रहे हैं। भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सूर्य मंदिर समिति वर्षों से परिसर में विधमान मंदिरों के साथ पूरे मंदिर परिसर के समुचित रखरखाव और सुरक्षा को लेकर पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है। जमशेदपुर की पूरी जनता जानती है कि 20 वर्षों में मंदिर परिसर के पांच एकड़ की जमीन पर कई मंदिरों की स्थापना के साथ दो भव्य छठ घाट एवं बच्चों के लिए आकर्षक चिल्ड्रन पार्क बनाया गया है। ऐसे में किसी भी प्रकार के जमीन कब्जा करने की बात पूरी तरह से आधारहीन और वास्तविकता से परे है। उन्होंने कहा कि विधायक सरयू राय शहर के प्रसिद्ध आध्यात्मिक स्थल को खेल के मैदान में बदलकर इसकी सुंदरता को नष्ट करने की साजिश कर रहे है। एक ओर जहां पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के द्वारा जमशेदपुर क्षेत्र में विभिन्न धर्मों के अनेकों धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्थल का सौंदर्यीकरण कर लाखों लोगों की धार्मिक भावनाओं को मजबूत करने का कार्य किया गया। तो वहीं, निर्दलीय विधायक सूर्य मंदिर के साथ शहर के कई मंदिरों में अनावश्यक हस्तक्षेप कर सिर्फ और सिर्फ विवाद खड़ा करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विधायक सरयू राय शंख मैदान के शंख को शिफ्ट करने की बात करते हैं, वे जानबूझकर लोगों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं। उक्त मैदान में जब चट्टान मशीनों व श्रमिकों के द्वारा निकाला नही जा सका, तब बाहर निकले चट्टान को काटकर इसे शंखनुमा आकृति दी गयी है। भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आने वाले दिनों में शहर के सभी धार्मिक संगठन, मंदिर समिति, पूजा कमेटी एवं अखाड़ा कमेटी को आमंत्रित कर एक आमसभा का आयोजन करेगी। जिसमें विधायक सरयू राय की धर्म विरोधी मानसिकता और विनाशकारी विकास से अवगत कराया जाएगा। अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह ने शहर के सभी धर्मप्रेमी बंधुओं से आग्रह करते हुए निवेदन किया है कि सभी लोग अपने स्तर से विधायक सरयू राय की इस मानसिकता का करारा जवाब दें।
वहीं, सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने विधायक सरयू राय द्वारा उनके व मंदिर समिति के ऊपर बेबुनियाद आरोप को उनकी बौखलाहट बताते हुए इसे निंदनीय बताया।
उन्होंने कहा कि सूर्य मंदिर समिति के तत्कालीन मुख्य संरक्षक रघुवर दास और वे स्वयं सूर्य मंदिर एवं पूरे परिसर को विकसित करने के साक्षी रहे हैं। सूर्य मंदिर परिसर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, मंदिर समिति के प्रयासों और जमशेदपुर की धर्मप्रेमी जनता के सहयोग का अटूट प्रतीक है। वर्ष 2003 से पहले यह स्थान बंजर भूमि थी एवं इसका अतिक्रमण हो रहा था। इसी को देखते हुए तत्कालीन विधायक रघुवर दास ने क्षेत्र की धर्मप्रेमी जनता की मांग पर सूर्य मंदिर के निर्माण की घोषणा की थी। जहां बाद में जनता की मांग व सहयोग से बड़े छठ घाट तालाब, भव्य राम मंदिर व अन्य कार्य पूरे हुए। वहीं, समय के साथ मंदिर से सटे क्षेत्र में सोन मंडप, टाउन हॉल, यात्री निवास जैसे सांस्कृतिक व सामाजिक स्थलों का निर्माण किया गया। संरक्षक चंद्रगुप्त सिंह ने कहा कि सारा शहर इस बात से भली-भांति वाकिफ है कि जमीन कब्जा कौन करता है और जमीन कब्जा करने वाले गिरोह को संरक्षण कौन देता है। सूर्यधाम किसी की निजी संपत्ति नही है बल्कि यह धर्मप्रेमी जनता के सहयोग से बनी एक आध्यात्मिक स्थल है। जहां विभिन्न क्षेत्रों के हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन करने आते हैं। जन मानस के सहयोग से सूर्य मंदिर प्रांगण में धार्मिक एवं सांस्कृतिक अनुष्ठान के कार्य बहुत ही शांति और सफलतापूर्वक संपन्न होते हैं। कहा कि मंदिर परिसर में किसी भी प्रकार के खेल स्थल बनाने पर सूर्य मंदिर समिति ने प्रारंभ से आपत्ति जताई है। इससे पूर्व भी छठ घाट तालाब में स्टेज और स्विमिंग पूल बनाने को लेकर आपत्ति दर्ज की गई थी। सूर्य मंदिर समिति किसी भी कीमत पर सूर्य मंदिर की आध्यात्मिक पहचान को मिटने और नष्ट होने नही देगी।