रांची, 09 दिसंबर 2023: झारखंड में ड्रॉप आउट रेट को कम करने के लिए सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में 3 से 18 वर्ष के बच्चों का सर्वे किया जाएगा। इस सर्वे के माध्यम से स्कूलों में नामांकन की स्थिति और ड्रॉप आउट दर की स्थिति का पता लगाया जाएगा।
सर्वे के लिए स्कूलों के शिक्षकों को जिम्मेदारी दी गई है। शिक्षक स्कूल क्षेत्र में पड़ने वाले इलाकों में घर-घर जाकर बच्चों की जानकारी एकत्र करेंगे। इस जानकारी में बच्चों की आयु, जाति, धर्म, लिंग, नामांकन की स्थिति, ड्रॉप आउट का कारण आदि शामिल होंगे।
सर्वे का उद्देश्य स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की पहचान करना और ड्रॉप आउट के कारणों का पता लगाना है। इसके बाद बच्चों को स्कूल तक लाने के लिए अभिभावकों को जागरूक किया जाएगा।
शिशु पंजी को अपडेट करने से संबंधित प्रशिक्षण सभी जिलों के डीईईओ, डीएसई, एसडीओ, आरईओ, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारियों को दिया जा चुका है।
सर्वे 11 जनवरी से 18 जनवरी तक किया जाएगा। इस अवधि के दौरान शिक्षक स्कूल अवधि के पहले या बाद में सर्वे का काम करेंगे।
सरकार का मानना है कि इस सर्वे से ड्रॉप आउट रेट को कम करने में मदद मिलेगी।