धनबाद, 15 दिसंबर 2023। टाटा पावर और दामोदर वैली कॉरपोरेशन के संयुक्त उद्यम मैथन पावर लिमिटेड (एमपीएल) को रिएक्टिव पावर के उत्कृष्ट प्रबंधन के लिए ईस्टर्न रीजन लोड डिस्पैच सेंटर (ईआरएलडीसी), कोलकाता की ओर से प्रशस्ति पत्र मिला है। यह प्रशस्ति 30 नवंबर, 2023 को ईआरएलडीसी द्वारा जारी की गई थी।
ग्रिड में वोल्टेज स्थिरता और बिजली की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए रिएक्टिव पावर आवश्यक है। भारतीय ऊर्जा प्रणाली में सौर और पवन जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के बढ़ते एकीकरण के संदर्भ में रिएक्टिव ऊर्जा प्रबंधन और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
रिएक्टिव पावर को प्रभावी ढंग से प्रबंधित करके, एमपीएल न केवल वोल्टेज विनियमन में ईआरएलडीसी का समर्थन करता है, बल्कि विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदान करके अपने ग्राहकों को भी संतुष्ट करता है।
यह प्रशंसा कई मापदंडों पर आधारित थी, जैसे मैथन प्लांट द्वारा रिएक्टिव पावर जनरेशन, मैथन प्लांट द्वारा एब्सॉर्प्शन और एक्सचेंज, प्लांट बस में वोल्टेज प्रोफाइल, प्लांट टर्मिनलों पर पावर फैक्टर और ईआरएलडीसी निर्देशों और ग्रिड कोड की अनुपालना करना।
चार राज्यों, नई दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल और केरल को बिजली की आपूर्ति
1,050 मेगावाट की उत्पादन क्षमता के साथ, टाटा पावर का मैथन प्लांट भारत का पहला पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) आधारित सबक्रिटिकल तकनीक का उपयोग करने वाला थर्मल पावर प्लांट है। इस थर्मल परियोजना से चार राज्यों, नई दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल और केरल को बिजली की आपूर्ति की जाती है।
एमपीएल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री मनोज सिंह ने कहा, “हम ईआरएलडीसी द्वारा हमें प्रदान की गई प्रशंसा के लिए आभारी हैं। यह हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि है कि हम ग्रिड की स्थिरता और विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने के लिए रिएक्टिव पावर प्रबंधन में उत्कृष्टता प्राप्त करना चाहते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम हमेशा अपने ग्राहकों को विश्वसनीय और गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदान करने के लिए नए तरीकों की तलाश में रहते हैं। यह प्रशंसा हमें यह सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करती है कि हम ग्रिड की जरूरतों को पूरा करते हुए अपने ग्राहकों की जरूरतों को भी पूरा करें।”