Chakulia : चाकुलिया वन क्षेत्र के माचाडीहा गांव से सटे काजू जंगल में मृत हथिनी के शव को वन विभाग ने दफना दिया। आपको बता दें कि गुरूवार को एक और हथिनी की मौत होने की सूचना पाकर डीएफओ ममता प्रियदर्शी, रेंजर दिग्विजय सिंह समेत अन्य वन कर्मी घटना स्थल पर पहुंचकर मृत हथिनी की शव पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और पूजा अर्चना करने के पश्चात बहरागोड़ा के भ्रमणशील पशु चिकित्सक डॉ. राजेश कुमार सिंह, चाकुलिया के प्रखंड पशु चिकित्सक डॉ. मनोज कुमार महंता और धालभूमगढ़ की प्रखंड पशु चिकित्सक पदाधिकारी डॉ. प्रतिमा कुमारी ने मृत हथिनी के शव की पोस्टमार्टम की। पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात मृत हथिनी को काजू जंगल में ही वन विभाग ने दफना दिया।
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इस मौके पर संबोधित करते हुए डीएफओ ममता प्रियदर्शी ने कहा कि मृत हथिनी के सिर के उपर जलने की निशान हैं। इससे प्रतीत होता है कि हथिनी की मौत बिजली के तार से स्पर्श होने के कारण हुई है। उन्होंने कहा कि हाथी प्रभावित क्षेत्र के जंगलों के पास बिजली की तार की उंचाई कम से कम 8 मीटर होनी चाहिए। उन्होंने ने यह भी कहा कि प्रभावित क्षेत्र में बिजली की तार की उंचाई की जांच करने के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा, जो टीम में रेंजर के नेतृत्व में दो पशु चिकित्सक के साथ-साथ प्रभारी फोरेस्टर टीम में होंगे। टीम द्वारा क्षेत्र के प्रभावित स्थानों को चिन्हित करेंगे जिसे विभाग द्वारा दुरूस्त करवाया जाएगा, ताकी ऐसी घटना दोबारा ना हो सके।
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उन्होंने ने यह भी कहा कि वन विभाग के कर्मी और पदाधिकारी क्षेत्र में विचरण कर रहे हाथियों के दल पर लगातार नजर बनाएं हुए हैं और अस्वस्थ्य हाथियों के उपचार करने की दिशा में भी विभाग द्वारा उचित पहल की जा रही है ताकी समय रहते अस्वस्थ्य हाथियों का उपचार किया जा सके।