झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू होगा। इस दौरान दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। सत्र 21 दिसंबर तक चलेगा और इसमें पांच कार्यदिवस होंगे।
लोकसभा में सुरक्षा संबंधी चूक के बाद विधानसभा की सुरक्षा की भी समीक्षा की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने इस सिलसिले में वरीय अधिकारियों की बैठक बुलाई है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी गृह विभाग ने विधानसभा की सुरक्षा की समीक्षा करते हुए कड़े निर्देश दिए थे। लोकसभा के ताजा प्रकरण के बाद इस बार और सख्ती देखने को मिल सकती है। यह भी संभव है कि दर्शक दीर्घा में प्रवेश रोक दी जाए।
दर्शक दीर्घा में प्रवेश विधायकों की अनुशंसा पर मिलता है। इसके लिए विधानसभा सचिवालय की तरफ से पास जारी किया जाता है। सामान्य तौर पर पास जारी करने के पहले आवश्यक पड़ताल की जाती है। दर्शक दीर्घा में विधानसभा के सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहते हैं। दीर्घा में प्रवेश करने के पूर्व एहतियात बरतने के निर्देश हैं।
गुरुवार को होगी विधानसभा में सर्वदलीय बैठक
विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने 15 से 21 दिसंबर तक होने वाले शीतकालीन सत्र को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। पहली बार बैठक में भाजपा का भी प्रतिनिधित्व होगा।
इससे पहले की बैठकों से भाजपा ने दूरी बना रखी थी। इस बार नेता प्रतिपक्ष तय हो चुका है। अमर कुमार बाउरी नेता प्रतिपक्ष हैं। सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी उपस्थित रहेंगे।
अधिकारियों के साथ स्पीकर की बैठक में क्या होगा ?
सर्वदलीय बैठक के बाद स्पीकर विधानसभा और सरकार के वरीय अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक करेंगे। इस क्रम में अधिकारियों को सत्र के दौरान सदस्यों की ओर से पूछे जाने वाले प्रश्नों का समय पर जवाब देने का निर्देश दिया जाएगा।
सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त रखने और समय पर विधेयक विधानसभा को उपलब्ध कराने पर जोर दिया जाएगा। इसके साथ ही लंबित प्रश्नों का निर्धारित समय में उत्तर उपलब्ध कराने का निर्देश भी स्पीकर दे सकते हैं।