रिपोर्टर, जमशेदपुर.
जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति में नक्शा विचलन कर बने अवैध निर्माण और अननिमयताओं की जांच के लिए हाई कोर्ट के निर्देश पर गठित तीन अधिवक्ताओं की टीम जमशेदपुर पहुंची. इनके द्वारा लगातार शहर के विभिन्न क्षेत्रों में नक्शा विचलन कर बने भवनों और अनियमितताओं की जांच की जा रही है. जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया द्वारा शहर में नक्शा के दिए गए आदेश और पार्किंग के मामले को लेकर हाईकोर्ट की 3 सदस्यीय जांच टीम शहर पहुंची और शहर के पार्किंग स्थल और बड़ी-बड़ी बिल्डिंगों की जांच कर रही है.
मालूम हो कि 2018 में एक जनहित याचिका दायर किया गया था जिसमें यह कहा गया था कि जमशेदपुर शहर में जनसंख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है और बड़ी-बड़ी बिल्डिंग तो बनी लेकिन पार्किंग की व्यवस्था नहीं है.
उधर पार्किंग के मामले को लेकर न्यायालय ने कई बार जमशेदपुर नोटिफाइड एरीया को नोटिस भी दिया था. लेकिन नोटिस का जवाब नहीं मिलने और टाल मटोल करने बाद इसे संज्ञान के लेते हुए हाईकोर्ट की तीन सदस्यीय जांच टीम रविवार को शहर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई है. सूत्रों की माने तो जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया के विशेष पदाधिकारी वर्तमान और तत्कालीन सभी पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है. वैसे जांच टीम में नीरज पांडेय, सुदर्शन श्रीवास्तव और राजनंदन शाह मौजूद है. वहीं याचिका कर्ता राजेश झा हैं.