रांची में दो दिवसीय आदिवासी युवा महोत्सव का सोमवार को समापन हो गया। इस महोत्सव का आयोजन NGO मानव कल्याण, इंडिजीनस वेलफेयर सोसाइटी तथा ट्राइबल यूथ फेस्ट टीम ने मिलकर किया। इस आयोजन में झारखंड सरकार के सांस्कृतिक निदेशालय, पर्यटक, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग ने भी सहयोग किया।
महोत्सव का उद्देश्य झारखंड की कला-संस्कृति को बढ़ावा देना था। इसके लिए महोत्सव में विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां की गईं। इसमें आदिवासी नृत्य, संगीत, गायन, रैप आदि शामिल थे।
महोत्सव के पहले दिन हो, मुंडा, संथाल एवं खड़िया एसोसिएशन के छात्रों ने पारंपरिक नृत्य अपनी स्थानीय भाषा में किया। एलवीन रोजारियो ने नागपुरी गाने से सभी का दिल जीत लिया। विक्रित बैंड ने मंगरिया नागपुरी गाना प्रस्तुत किया। इसके अलावा एक्सल लाइफ अमन कच्छप द्वारा रैप परफॉर्मेंस पेश किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के मंत्री हफीजुल हसन शामिल हुए। उन्होंने कहा कि आगे भी झारखंड सरकार द्वारा झारखंड की कला और संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए झारखंड सरकार का हमेशा सहयोग रहेगा।
विशिष्ट अतिथि बंधु तिर्की ने कहा कि आदिवासी युवा महोत्सव बहुत बड़ा मंच है। जहां आदिवासी कलाकारों को अपने कला प्रदर्शित करने का मौका मिलता है।
आयोजन कमिटी के अध्यक्ष अजीत लकड़ा ने कहा कि अगले साल इससे भी बड़ा तीन दिवसीय कार्यक्रम होगा। वहीं सचिव शशि पन्ना ने कहा कि हम झारखंड सरकार को इस कार्यक्रम में सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।
कमिटी के संरक्षक अनिल अमिताभ पन्ना ने कहा कि कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासियों को अपने जड़ों से जोड़ना है ताकि 32 आदिवासी समुदाय के बीच एक सांस्कृतिक और मधुर संबंध स्थापित हो सके।
संरक्षक अमरनाथ लकड़ा ने कहा कि आने वाले दिनों में देश के आदिवासियों को एक मंच पर लाने का प्रयास होगा।
महोत्सव को सफल बनाने के लिए सभी का सहयोग सराहनीय रहा।