उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिलक्यारा सुरंग में 19 नवंबर को हुए भूस्खलन में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए बचाव अभियान जारी है। सुरंग के ऊपर पहाड़ी में वर्टिकल ड्रिलिंग करने में अब तक कोई बाधा नहीं आई है। राष्ट्रीय राजमार्ग और बुनियादी ढांचा विकास निगम लिमिटेड (NHIDCL) के प्रबंध निदेशक महमूद अहमद ने बताया कि रविवार को बचाव टीम ने लगभग 20 मीटर ड्रिलिंग की है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के जवान जल्द सुरंग में मैनुअल ड्रिलिंग भी शुरू कर सकते हैं।
अहमद ने बताया कि सुरंग से 41 मजदूरों को निकालने के लिए लगभग 100 मीटर ड्रिलिंग की जानी है। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया मुश्किल और समय लेने वाली है। उन्होंने बताया कि ड्रिलिंग में लगभग 4-5 दिन का समय लग सकता है।
अहमद ने कहा कि बचाव अभियान के लिए सभी आवश्यक उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि बचाव टीम लगातार काम कर रही है और जल्द ही सभी मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।
बचाव अभियान में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं।
भारतीय सेना तैयार
भारतीय सेना के जवान भी सिलक्यारा सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए तैयार हैं। सेना के जवान जल्द सुरंग में मैनुअल ड्रिलिंग शुरू कर सकते हैं। सेना के जवानों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है और वे इस तरह के बचाव अभियानों में माहिर हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बचाव अभियान में सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।