कोलकाता, 30 नवंबर 2023: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल में कथित स्कूल भर्ती घोटाले में संलिप्तता के आरोप में आज गुरुवार को एक विधायक और दो पार्षदों सहित तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं के आवासों पर एक साथ छापेमारी की।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी मुर्शिदाबाद, कोलकाता और कूचबिहार जिलों में की गई। मुर्शिदाबाद जिले के डोमकल से टीएमसी विधायक जफीकुल इस्लाम, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के पार्षद बप्पादित्य दासगुप्ता और बिधाननगर नगर निगम के पार्षद देबराज चक्रवर्ती के आवासों पर छापेमारी की गई।सीबीआई ने बताया कि यह छापेमारी शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच के तहत की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी अभी भी जारी है और जिन लोगों के घरों और कार्यालयों पर छापेमारी की जा रही है, उनसे पूछताछ की जा रही है।
सीबीआई ने अक्टूबर 2022 में भी पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाले में संलिप्तता के आरोप में टीएमसी के कई नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। इनमें पूर्व शिक्षा मंत्री और टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव पार्थ चटर्जी, पूर्व विधायक और टीएमसी के राष्ट्रीय सचिव मोतीलाल साहा, पूर्व विधायक और टीएमसी के राज्य सचिव अजीत बनर्जी और टीएमसी के जिला अध्यक्ष सुकुमार दास शामिल हैं।पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाले में आरोप है कि 2018 से 2022 के बीच राज्य सरकार द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी। आरोप है कि परीक्षा में बैठने के लिए रिश्वत ली गई थी और योग्य उम्मीदवारों को बाहर कर दिया गया था।
सीबीआई की छापेमारी से पश्चिम बंगाल की सियासत में हलचल मची हुई है। टीएमसी ने आरोप लगाया है कि सीबीआई सरकार की ओर से राजनीतिक प्रतिशोध का हथियार बन रही है।