जमशेदपुर 1 May 2024,वह युग चला गया जब भारतीय टीम के पास मीडियम पेसर ही थे और मजबूरी में उनसे ही काम चलाना पङता था। आज जब भारतीय टीम के पास उमरान मलिक और मयंक यादव जैसा तूफानी तेज गेंदबाज उपलब्ध है इसके बावजूद स्पिन गेंदबाजों जैसे गेंदबाजी करने वाले तेज गेंदबाजों का टी20 विश्वकप के लिए चयन किया जाना दुखद है।
वे लोग जो यह कहते हैं कि उमरान मलिक की लाइन लेन्थ सही नही है और वह पिटते बहुत हैं तो उनसे सवाल है कि मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह कौन से जसप्रीत बुमराह की तरह गेंदबाजी करते हैं जो कभी नही पिटते? जेराल्ड कोएत्जे इसी आईपीएल में लगभग हर मैच में पीटे जा रहे लेकिन मजाल है कि कोई यह कहे कि उनकी लाइन लेन्थ खराब है। लाॅकी फर्ग्यूसन,मिचेल स्टार्क जैसे तूफानी तेज गेंदबाजों की आईपीएल में लगभग हर मैच में पिटाई हो रही है लेकिन केवल उमरान मलिक को ही कहेंगे कि उनकी लाइन लेन्थ खराब है। आईपीएल ही नही अंतर्राष्ट्रीय मैचों में भी ज्यादातर मौके पर तेज गेंदबाजों की पिटाई ही होती है फिर अकेले। उमरान मलिक की ही लाइन लेन्थ को लेकर सवाल करना कहां तक जायज है?
जरूरत है तो उमरान मलिक और मयंक यादव जैसे तेज गेंदबाजों को सपोर्ट करने की क्योंकि जाहिर सी बात है कि तेज गेंदबाज हैं तो पिटाई भी होगी। लेकिन केवल इसलिए कि वह रन लुटाते हैं उनका चयन न करना सरासर गलत है।